2018-07-09 15:59:00

बारी की प्रेरितिक यात्रा की सफलता हेतु संत पापा का आभार


वाटिकन सिटी, सोमवार 9 जुलाई 2018 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 8 जुलाई को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में देश-विदेश से एकत्रित तीर्थयात्रियों और विश्वासियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद ईटली के बारी शहर की यात्रा के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की, जहां उन्होंने मध्य पूर्व में शांति के लिए प्रार्थना की।

इस "प्रार्थना के विशेष दिन और उस क्षेत्र में शांति हेतु" मध्य पूर्व के कलीसियाओं के धर्मगुरुओं और उनके प्रतिनिधियों ने संत पापा को साथ दिया था। संत पापा ने कहा,"मैं इस बैठक के लिए ईश्वर का धन्यवाद करता हूँ, जो ख्रीस्तीय एकता का एक स्पष्ट संकेत था, और मैंने ईश्वर के लोगों के उत्साहपूर्ण सह-भागिता को देखा।"

'मध्य पूर्व शांति का सन्दूक हो, युद्ध नहीं!'

संत पापा फ्राँसिस ने एक बार फिर "कलीसियाओं के प्रधान," उनके प्रतिनिधियों और उनके स्वागत के लिए बारी के महाधर्माध्यक्ष फ्रांचेस्को काकुची का धन्यवाद किया। संत पापा ने कहा कि उनके "मनोभाव और गवाही" द्वारा उन्हें सीख मिली। अंततः संत पापा ने उन सभी विश्वासियों का धन्यवाद किया जिन्होंने उन्हें और मध्य पूर्व के कलीसियाओं के धर्मगुरुओं को "अपनी प्रार्थना और आनंदमय उपस्थिति के माध्यम से" साथ दिया और उनका समर्थन किया।

मध्य पूर्व के लिए अंतर-कलीसियाई प्रार्थना

शनिवार को संत पापा फ्राँसिस ने मध्य पूर्व में शांति के लिए दक्षिणी इतालवी शहर बारी में एक एकता-वर्धक मननचिंतन और प्रार्थना बैठक की मेजबानी की। उन्नीस प्राधिधर्माध्यक्षों और ख्रीस्तीय कलीसियाओं के प्रतिनिधियों ने संत पापा के साथ प्रार्थना की और संत निकोलस महागिरजाघर में उनके साथ एक बंद दरवाजे के अंदर बातचीत की।

संत पापा ने संत निकोलस के अवशेषों का सम्मान कर वहाँ काफी समय बिताया। संत निकोलस 1054 के पहले के संत हैं। 1054 का महान विवाद जो पूर्वी और पश्चिमी कलीसियाओं को विभाजित करता है।

प्रार्थना सभा में, संत पापा फ्रांसिस ने मध्य पूर्व में होने वाली त्रासदी के संबंध में दुनिया की "घातक उदासीनता" और "मौन" की निंदा की।








All the contents on this site are copyrighted ©.