2018-06-29 11:06:00

यात्रा प्रतिबंध को बरकरार रखने के फैसले से अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्ष निराश


वाशिंगटन, शुक्रवार, 29 जून 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्षों ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के यात्रा प्रतिबंध को कायम रखने हेतु अमरीकी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर निराशा व्यक्त की है तथा प्रतिज्ञा की है कि वे सभी धर्मों के लोगों के अधिकारों हेतु वकालत जारी रखेंगे।

राष्ट्रपति द्वारा घोषित उक्त यात्रा प्रतिबन्ध ने कई मुसलमान देशों के लोगों पर अमरीका में प्रवेश की पाबन्दी लगा दी है।

अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की प्रवसन एवं धार्मिक स्वतंत्रता सम्बन्धी समितियों के धर्माध्यक्षों ने एक संयुक्त वकतव्य जारी कर कहा, "राष्ट्रपति द्वारा लगाया गया यात्रा प्रतिबंध मुसलमानों को बहिष्कार के लिए लक्षित करता है" और पुष्टि की कि "काथलिक कलीसिया धार्मिक भेदभाव के खिलाफ है।"

मंगलवार 26 जून को,  अमरीका के सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध को बरकरार रखने के पक्ष में पाँच के मुकाबले चार का मतदान किया था जो पांच मुस्लिम बहुल देशों, अर्थात् लीबिया, सीरिया, ईरान, यमन और सोमालिया के नागरिकों के, संयुक्त राज्य अमरीका में, प्रवेश को प्रतिबंधित करता है।

ऑस्टिन के धर्माध्यक्ष जो वास्केज़ तथा लूईसविले के महाधर्माध्यक्ष जोसफ कूर्ट्स द्वारा हस्ताक्षरित वकतव्य में कहा गया, "यात्रा प्रतिबंध मुसलमानों को बहिष्कार के लिए लक्षित करता है, जो धर्म और विश्वास के प्रश्न पर, तटस्थता के हमारे देश के मूल सिद्धांत के खिलाफ है"।  

उन्होंने लिखा, "हम निराश हैं, यह अदालत के फैसले में जारी रहा क्योंकि यह इस तथ्य को ध्यान में रखने में असफल रहा कि इससे सरकार द्वारा एक विशिष्ट धार्मिक समूह को स्पष्टतः एवं ग़ैरकानूनी रूप से लक्षित किया गया है।"

उन्होंने प्रण किया कि वे सभी धर्मों के लोगों के अधिकारों के लिये संघर्षरत रहेगें तथा अपनी संस्थाओं के माध्यम से धर्म का भेदभाव किये बिना समस्त आप्रवासी एवं शरणार्थियों की सेवा करते रहेंगे।








All the contents on this site are copyrighted ©.