2018-06-16 15:26:00

वार्ता एवं सौहार्दपूर्ण संबंध के लिए रमजान एक अवसर


येरूसालेम, शनिवार, 16 जून 2018 (एशियान्यूज़)˸ फिलिस्तीन में रमजान का महीना ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों के बीच उदारता के द्वारा सौहार्दपूर्ण संबंध का साक्ष्य देने का अवसर होता है। उक्त बात फिलिस्तीन के पुरोहित इब्राहिम शोमाली ने कही।  

येरूसालेम में, इस्लाम का पवित्र महीना 14 जून को अल अक्सा मस्जिद में उत्सव के साथ समाप्त हुआ।

फादर शोमाली ने कहा, "रमजान मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण महीना है, उन पड़ोसियों, परिवारों एवं प्रियजनों की याद करने का समय है जो युद्ध अथवा प्राकृतिक आपदा के कारण मृत्यु के शिकार हो गये हैं। इस पृष्टभूमि पर ख्रीस्तीय भी भाई-बहन के रूप में अपनी उदारता प्रकट करते हैं।"

उन्होंने कहा कि इस कारण हर साल पवित्र भूमि की पल्लियाँ एवं संरक्षक अपना द्वार मुस्लिम भाई बहनों के लिए खोलते  और उन्हें इफतार (रोजा तोड़ने का भोजन) परोसते हैं।

यह परम्परा बहुत पुराना है जो असीसी के संत फ्राँसिस एवं सुलतान अल मलिक अल कामिल के सन् 1219 में मुलाकात से आरम्भ हुई है। इफ्तार एक अवसर है जिसके द्वारा व्यक्ति दलितों तक पहुँच सकता है।

"उदाहरण के लिए लगभग 10 सालों से रामाल्लाह के सभी पल्ली पुरोहितों ने शहर के गरीबों एवं सड़क साफ करने वालों को भोजन हेतु निमंत्रण दिया जो किसी को इफ्तार नहीं दे सकते हैं।"

फादर शोमाली ने कहा, "इस अवसर का अनुभव करना सुखद है एक अरबी कहावत है "जब हमारे बीच रोटी और नमक होती है हमारा खून एक समान होता है। इस प्रकार यदि हमारा विश्वास पृथक ही क्यों न हो, मानवीय एवं शारीरिक तौर से हम एक-दूसरे के नजदीक हैं क्योंकि हमने एक ही भोजन लिया है।"    

उन्होंने कहा कि यह वार्ता के लिए अच्छा है, जब इफ्तार परोसा जाता है और हम एक साथ खाते हैं तब उनके लिए प्रार्थना का समय होता है। उसके बाद किस तरह से जीने पर बात की जाती है। हमें यह समझना आवश्यक है कि वे किस तरह जीते हैं और हम किस तरह जीकर उनके लिए साक्ष्य बन सकते हैं तथा इस भूमि पर लोगों की भलाई के लिए कार्य कर सकते हैं।








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