2018-05-26 15:25:00

घातक वायरस के फैलने का भारतीय राज्य का दावा


कोची, शनिवार 26 मई 2018 (उकान) : केरल राज्य ने चार उत्तरी जिलों में सार्वजनिक कार्यों पर प्रतिबंध लगाया हैं क्योंकि फल चमगादड़ से फैले एक वायरस से 11 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें संक्रमित लोगों का इलाज करने वाली नर्स भी शामिल है।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने 24 मई को क्षेत्र के यात्रियों को निपाह वायरस से बचने की सलाह दी थी।

वरिष्ठ अधिकारी राजीव सदानंदन ने पत्रकारों से कहा कि संक्रमण वर्तमान में केवल एक परिवार से जुड़ा हुआ था और जो लोग उनके साथ सीधे संपर्क में आए थे। 32 वर्षीय लिनी पुथुसेरी, नर्स जो संक्रमण का शिकार हो गई थी, ने अस्पताल में परिवार के एक सदस्य का इलाज किया था।

कहा जा रहा है कि स्थिति को नियंत्रण में रखा गया है।

सार्वजनिक कार्यों पर प्रतिबंधों को सावधानी के तौर पर वर्णित किया गया था।

माना जाता है कि दुर्लभ निपाह वायरस कोझीकोड जिले में एक कुएं में पाए गए फल चमगादड़ से फैल गया था।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने 24 मई को कहा कि संक्रमण के लक्षण वाले 1 9 लोग इलाज कर रहे हैं जबकि 22 को निरीक्षण के तहत रखा गया है। 23 मई से कोई नया मामला दर्ज नहीं हुआ है।

वायरस प्रकोप ने सार्वजनिक आतंक को जन्म दिया क्योंकि मीडिया रिपोर्टों ने कहा कि यह हवा के माध्यम से फैल सकता है। हालांकि, अब तक इस भयानक निपाह वायरस का कोई वैक्‍सीन नहीं बन पाया है। बचाव ही इसका एकमात्र इलाज है। इससे संक्रमित रोगी की उचित देखभाल और डॉक्‍टरों की कड़ी निगरानी में रखा जाना चाहिए।

कोझीकोड जिले को कवर करने वाले कालीकट धर्मप्रांत के अधिकारियों ने प्रकोप से निपटने के लिए तैयारी की है।

धर्माध्यक्ष के सचिव फादर अर्जुन जॉन ने कहा कि वे स्थिति की जानकारी ले रहे हैं और प्रकोप से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।

वायरस पहली बार 1998 में मलेशिया के सुअर फार्म में पहचाना गया था और संक्रमण का नाम स्थानीय गांव के नाम पर ‘निपाह’ रखा गया था।

बांग्लादेश और भारत दोनों में इसका प्रकोप फैल रहा है।








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