2018-05-26 14:20:00

कलीसिया का सामाजिक सिद्धांत आर्थिक न्याय के निर्माण में सहायक


वाटिकन सिटी, शनिवार, 26 मई 2018 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार, 26 मई को चेंतेसिमुस अन्नुस प्रो पोन्तेफिचे फाऊँडेशन के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिभागियों से मुलाकात की। फाऊँडेशन की स्थापना 25 साल पहले संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने की थी।

संत पापा ने अपने सम्बोधन में उन्हें धन्यवाद देते हुए वैश्विक आर्थिक प्रणाली के अंदर आज की समस्याओं एवं संकटों पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा, "यह अहंकार और बहिष्कार की मानसिकता से जुड़ी है जो प्रभावी रूप से सबसे कमजोर लोगों की मानव गरिमा के लिए अपशिष्ट की संस्कृति बनाती है। हम इसे हमारे मानव परिवार में स्पष्ट नैतिक चुनौतियों के सामने बढ़ती उदासीनता में पाते हैं।" उन्होंने कहा कि समग्र मानव के विकास में ये बाधाएँ न केवल भौतिक रूप से गरीब देशों में पाये जाते हैं किन्तु विकसित देशों में भी।     

संत पापा ने फाऊँडेशन की भूमिका की याद दिलाते हुए कहा कि उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है इस मानवीय संकटों के बीच सुसमाचारी संदेश के प्रकाश को लाना तथा कलीसिया को उसके मिशन को आगे ले जाने में सहयोग देना।

संत पापा ने सम्मेलन की विषय वस्तु पर गौर करते हुए कहा कि इस वर्ष इसकी विषयवस्तु है "डिजिटल युग में नई नीतियाँ एवं जीवन शैली।" उन्होंने कहा कि इस विषयवस्तु से जुड़ा एक खतरा है जिसे नौकरी के अवसर की अनिश्चित एवं डिजिटल संस्कृतिक क्रांति के रूप में परिवारों द्वारा सामना किया जा रहा है। युवाओं के लिए होने वाले सिनॉड में इसे स्पष्ट किया गया कि यह एक बृहद क्षेत्र है जिसमें कलीसिया की एकात्मता की आवश्यकता है। संत पापा ने कहा कि उनका सहयोग युवाओं एवं परिवारों के प्रति कलीसिया की चिंता को व्यक्त करता है।  

संत पापा ने सभी सदस्यों को सम्बोधित कर कहा कि वे अपने ज्ञान एवं अनुभव को बांटने के द्वारा तथा कलीसिया के सामाजिक सिद्धांत की समृद्धि को प्रकट करने के द्वारा, राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में नेताओं के अंतःकरण का निर्माण करना चाहते हैं। उन्होंने प्रोत्साहन दिया कि वे अपने इस प्रयास को बनायें रखें जो आर्थिक न्याय, समानता एवं समावेश की वैश्विक संस्कृति के निर्माण में सहयोग देगा। उन्होंने उनके मिशन को सर्वशक्तिमान ईश्वर को समर्पित करते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।








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