2018-05-25 16:47:00

अफ्रीका दिवस पर नेलशन मंडेला के विरासत की याद


अफ्रीका, शुक्रवार, 25 मई 2018 (वाटिकन न्यूज)˸ 25 मई अफ्रीका के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस है क्योंकि सन् 1963 को इसी दिन अफ्रीकी एकता संगठन का गठन किया गया था जो बाद में अफ्रीकी संघ के रूप में विकसित हुआ।

अफ्रीकी एकता संगठन का पहला मिशन था अफ्रीकी देशों को आजादी दिलाना तथा उनके प्रभुत्व, मानव अधिकार एवं प्रतिष्ठा का बचाना जो 60 के दशक में दूसरे देशों के गुलाम थे।

अफ्रीकी संघ में 55 अफ्रीकी राष्ट्र हैं जो अपनी संस्कृति एवं परम्परा के अनुसार आज "अफ्रीका दिवस" मनाते हैं। इस वर्ष यह इसलिए खास है क्योंकि यह अफ्रीकी संघ के जनक नेलशन मंडेला का 100वाँ जन्म दिवस है।   

अफ्रीका दिवस के अलावा मंडेला की स्मृति में साल भर कई अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है जिसमें नेलशन मंडेला की विरासत को केंद्र में रखा जाएगा जिसका उद्देश्य है नेलशन मंडेला के सोच के अनुसार समाज के निर्माण पर जोर दिया जाना जिसके लिए उन्होंने अथक प्रयास किया था।

वाटिकन न्यूज़ की पत्रकार लिंडा बोरदोनी से बातें करते हुए इटली के लिए दक्षिण अफ्रीका के राजदूत शिरिश सोनी ने रंगभेद के खिलाफ आंदोलन में, काथलिक कलीसिया के समर्थन पर गौर किया तथा कहा कि इसका बुनियादी मूल्य अब भी अफ्रीका के नेताओं एवं पुलिस अधिकारियों को प्रेरित करता है जो न्याय एवं सामाजिक समानता में विश्वास करते हैं।

राजदूत ने कहा कि संत पापा एक ऐसे व्यक्ति हैं जो गरीबों और शोषितों की परेशानियों को समझते हैं। उन्होंने उनके उस संदेश पर बल दिया जिसमें वे समाज के नेताओं को सामाजिक एवं आर्थिक असमानता से लड़ने का आह्वान करते हैं।

राजदूत ने कहा, "हम विश्वास करते हैं कि कलीसिया में हमारे लिए एक महान नेता हैं और कलीसिया के लोग भलाई करना जारी रखें हैं, वे इसे प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न संस्थाओं के साथ समझौता करेंगे।" उन्होंने कहा कि वे नेलशन मंडेला पर भी विश्वास करते हैं जो एक चमकते हुए आदर्श हैं। संत पापा फ्राँसिस एवं नेलशन मंडेला दोनों के संदेशों में क्षमाशीलता एवं मेल-मिलाप की तेज गुँज सुनाई पड़ती है।  

नेलशन मंडेला के भाषण की याद करते हुए उन्होंने कहा कि मंडेला ने कई बार बंदूक एवं हथियारों को फेंकने एवं मेल-मिलाप का आह्वान किया था। क्षमाशीलता की उनकी शिक्षा इसलिए भी अत्यन्त प्रभावशाली थी क्योंकि यह उनके वॉट पाने का साधन नहीं था बल्कि वे जानते थे कि यही सही था।

सोनी ने नेलशन मंडेला के साथ काम करने की याद करते हुए कहा कि वे अपने लोगों की सेवा में इतना अधिक समर्पित व्यक्ति थे कि उनके लिए अपनी जान भी जोखिम में डाल सकते थे।

राजदूत ने कहा कि उनके आदर्शों पर चलते हुए हमें भी बेहतर विश्व के निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए। समाज निर्माण की हमारी यात्रा और कठिन परिश्रम जारी है। शांति, प्रजातंत्र, विकास, सुरक्षा एवं स्थायित्व के इस भवन में हमें हर दिन एक ईंट रखने की जरूरत है।








All the contents on this site are copyrighted ©.