2018-05-21 16:25:00

स्वर्ग की रानी प्रार्थना : ख्रीस्तीय पवित्रता का इतिहास पेंतेकोस्त से शुरू होता है


वाटिकन सिटी, सोमवार 21 मई 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने पेंतेकोस्ट रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्र हुए तीर्थयात्रियों के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ करने से पहले, पवित्र आत्मा, "पवित्रता के श्रोत" पर अपने चिंतन को साझा किया।

संत पापा ने कहा, पेंतेकोस्त के दिन मरिया के साथ येसु के चेले और प्रेरित प्रार्थना में संयुक्त थे उस समय ख्रीस्तीय पवित्रता का इतिहास शुरु हुआ क्योंकि पवित्र आत्मा, "पवित्रता का श्रोत" है। 

सभी पवित्र होने के लिए बुलाये गये हैं

हाल ही में जारी किए गए प्रेरितिक उदबोधन ‘गौदेते एत एक्सुलताते’(आनंद मनाओ और हर्षित हो) का उद्धरण देते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने हमें याद दिलाया कि "पवित्र आत्मा ईश्वर के पवित्र और विश्वासी लोगों के बीच प्रचुर मात्रा में पवित्रता प्रदान करती है।" (अनुच्छेद, 6) बपतिस्मा और दृढ़करण संस्कार के द्वारा, हम सभी ख्रीस्तीय पवित्रता को जीने के लिए बुलाये गये हैं और अपने पवित्र जीवन से हमारे अंदर के दिव्य जीवन की गवाही देते हैं।

भविष्यवक्ताओं के माध्यम से पवित्रता की योजना की घोषणा

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि इजेकिएल और जोएल दोनों भविष्यवक्ताओं ने परमेश्वर की योजना की भविष्यवाणी की थी कि सभी पवित्र होंगे। "मैं अपनी आत्मा तुम्हारे अंदर डालूंगा...तुम मेरे लोग होगे। योएल ने भविष्यवाणी की : "मैं अपनी आत्मा को सभी लोगों पर डाल दूंगा। आपके बेटे और बेटियां भविष्यवाणी करेंगे"। संत पापा ने कहा कि ये सभी भविष्यवाणियाँ "येसु मसीह में पूरी हुई।" जो "आत्मा के शाश्वत विस्तार करने का मध्यस्थ और गारंटी देने वाले" हैं। (रोमन मिस्सल, स्वर्गारोहन के बाद का प्रस्तावना)।"

पवित्र आत्मा के प्रति खुला रहना

संत पापा ने कहा, जो लोग "पवित्र आत्मा को अपने जीवन में कार्य करने के लिए में खुद को खुला रखते हैं वे पेंतेकोस्त की पवित्रता के काम को जारी रखते हैं। किसी व्यक्ति के जीवन में पवित्रता का मार्ग स्वयं को "ईश्वर के योग्य जीवन जीने में और खुशी की पूर्णता का अनुभव करने" में प्रकट करता है। पवित्र आत्मा में रहने वाले लोगों में "ईश्वर और पड़ोसी के साथ अपने रिश्ते में परिपक्वता" आ जाती है, जो गलातियों के पत्र में वर्णित उपहारों को प्रकट करता है।(5:22-23)।

पवित्रता के लिए इच्छा

संत पापा ने अपने संदेश के अंत में कहा माता मरियम की मध्यस्थता से कलीसिया के लिए एक नया पेंतेकोस्त होगा। "हमें सुसमाचारी जीवन जीने और गवाही देने का आनंद मिले तथा हम 'ईश्वर की सर्वोच महिमा के लिए संत बनने के लिए उत्सुक लालसा' के साथ जुड़ सकें।" (गौदेते एत एक्सुलताते, 177)

इतना कहने के बाद संत पापा ने स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया।

विश्व मिशन रविवार के लिए संदेश

संत पापा ने वहाँ उपस्थित तीर्थयात्रियों के विशिष्ट समूहों का अभिवादन करने से पहले विश्व मिशन रविवार के लिए संदेश के प्रकाशित होने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने पवित्र बालकपन संगठन के काम के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की, जिसे मिशनरी बालकपन संगठन भी कहा जाता है, जो इस वर्ष अपनी 175 वीं वर्षगांठ मना रहा है। उन्होंने "दुनिया भर में सुसमाचार को फैलाने में अपना योगदान देने के लिए सभी बच्चों को धन्यवाद और इसे जारी रखने हेतु प्रोत्साहित किया।








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