2018-05-12 15:48:00

संत पापा फ्राँसिस ने बेल्जियम के "लॉजिया" एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित किया


वाटिकन सिटी, शनिवार 12 मई 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 12 मई को वाटिकन के  कार्डिनल भवन मंडल में बेल्जियम के "लॉजिया" एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की जो इन दिनों रोम की तीर्थयात्रा पर आये हुए हैं।

बेल्जियम एसोसिएशन "लॉजिया" फ्लैंडर्स में शुरु किया गया एक काथलिक प्रबोध मंडल है जो सार्वजनिक बहस के केंद्र में अर्थव्यवस्था, टिकाऊ विकास, राजनीति, धर्म, यूरोप, कला, विज्ञान, संस्कृति, खेल, शिक्षा और प्रशिक्षण, न्याय और खेल आदि विषयों पर फ्लेमिश मीडिया में ख्रीस्तीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए वचनबद्ध है। इस एसोसिएशन में 150 फ्लेमिश विशेषज्ञ भाग लेते हैं।

संत पापा ने उनका स्वागत करते हुए लॉजिया एसोसिएशन की कार्यविधि की प्रस्तुति के लिए धन्यवाद दिया और एसोसिएशन के सभी सदस्यों को उनके भले कार्यों को जारी रखने हेतु शुभकामनायें दी।

संत पापा ने कहा,“मैं ईश्वर को धन्यवद देता हूँ जिसने आपको सुसमाचार के मूल श्रोत में वापस जाने और मूल ताजगी को पुनः प्राप्त करने की कृपा दी है, जससे बेल्जियम के फ्लेमिश क्षेत्र में "लॉजिया एसोसिएशन" की स्थापना हुई। इसका उद्देश्य एक धर्मनिर्पेक्ष समाज में “एक प्रमाणिक विश्वास....मूल्यों को हस्तांतरित करते हुए एक बेहतर दुनिया का नर्माण करना है, अर्थात आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर दुनिया बनाना है।

इस प्रकार, सार्वजनिक क्षेत्र और मीडिया में आपकी उपस्थिति के माध्यम से, आप प्रमाणित करते हैं कि मसीह के नियमों पर चलने और सुसमाचार का अभ्यास करने से कभी मानवता का नुकसान नहीं होता है बल्कि हमारी प्रतिभा और हमारे कौशल विकासित होते हैं। सभी के लिए, समाज के निर्माण की सेवा में, जो कि अधिक ईश्वर के मुताबिक और मानवकेंद्रित है, मैं सार्वजनिक बहस में भागीदारी के माध्यम से आपको इस विषय को प्रगाढ़ करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं कि सुसमाचार हमारे प्रभु और हमारे गुरु येसु मसीह के स्कूल में मानवीकरण का एक तरीका है। जो दूसरों पर उंगलियाँ नहीं उठाते या निंदा नहीं करते हैं परंतु नम्रता और सम्मान(1पेत्रुस 3:16) के साथ बिना थके दूसरों की भलाई करते हैं। (गला 6: 9)

अपनी कई पहलों के माध्यम से, आप विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ कलीसिया की इच्छा के प्रति गवाही दे सकते हैं, जो कलासिया के सामाजिक सिद्धांत और ख्रीस्तीय परंपरा पर भरोसा करते हुए मानव व्यक्ति की गरिमा और उनकी भलाई के लिए काम करते हैं।(इवांजेलि गौदियुम, 241) आप अपने शब्दों और कर्मों से येसु मसीह में विश्वास को प्रकट करते हैं यह कभी भी अपने आप में बंद रखा नहीं जा सकता है क्योंकि यह ईश्वर का एक उपहार है जो हमें पाप, उदासी, खालीपन और अलगाव से मुक्त करता है और खुशी के स्रोत, परिपूर्ण आनंद से जोड़ता है।(सीएफ, योहन 15:11)

ऐसा करने हेतु, अपनी प्रार्थनाओं और पवित्र संस्कारों में आपकी भागीदारी के साथ, लगातार प्रार्थना करने से न डरें। आपमें पवित्र आत्मा की सहायता से "पवित्रता की भावना, जो एकांत और सेवा दोनों को प्रभावित करती है, सुसमाचार प्रचार के रूप में अंतरंगता और प्रतिबद्धता, दोनों में प्रेम की अभिव्यक्ति हो।"( प्रेरितिक उदबोधन गौदेते एत एक्सुलताते, 31) इस परिप्रेक्ष्य में, मैं आपकी मासिक बैठकों के माध्यम से, संप्रदाय के मतभेदों को दर्शाते हुए जीवन की गवाही के साथ,  समाज के बीच वार्तालाप और संवाद की संस्कृति में बढ़ने तथा भाईचारे के बंधन को विकसित करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ, जिसमें पवित्र आत्मा शिक्षक और प्रोजेक्ट लीडर है। ईश्वर की कृपा के आवेग के तहत, आप नम्रता और दृढ़ता के साथ से पीढ़ियों के बीच, पुरुषों के बीच और विभिन्न सामाजिक और पेशेवर क्षेत्रों के बीच पुलों का निर्माण करें और छोटे लोगों का विशेष गरीबों और परित्यक्त लोगों का सहारा बनें।

इतना कहने के बाद संत पापा ने माता मरियम के संरक्षण में रखते हुए उन्हें और लॉगिया एसोसिएशन के सभी सदस्यों को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया। 








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