2018-05-11 11:41:00

रोम धर्मप्रान्त के साथ सन्त पापा फ्राँसिस की मुलाकात 14 मई को


रोम, शुक्रवार, 11 मई 2018 (रेई,वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस सोमवार, 14 मई को रोम धर्मप्रान्त के विश्वासियों से मुलाकात करेंगे।

गुरुवार को एक विज्ञप्ति प्रकाशित कर रोम की प्रतिधर्माध्यक्षीय पीठ ने प्रकाशित किया कि 14 मई को सन्त पापा फ्राँसिस रोम स्थित सन्त जॉन लातेरान महागिरजाघर में सान्ध्य वन्दना कर रोम धर्मप्रान्त के पुरोहितों, धर्मबहनों एवं लोकधर्मी विश्वासियों से मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश प्रदान करेंगे।

रोम प्रतिधर्माध्यक्षीय पीठ की विज्ञप्ति में कहा गया कि सन्त पापा फ्राँसिस के साथ साक्षात्कार से चालीसाकाल में "आध्यात्मिक बीमारियाँ" शीर्षक से प्रारम्भ तीर्थयात्रा समाप्त होगी। सान्ध्य वन्दना से पहले रोम की विभिन्न पल्लियों में इस वर्ष आरम्भ प्रेरितिक कार्यों का सार सन्त पापा के समक्ष रखा जायेगा जिसके उपरान्त सन्त पापा रोम धर्मप्रान्त के विश्वासियों को अपना सन्देश देंगे। अन्त में सान्ध्य वन्दना के पाठ के साथ यह समारोह समाप्त हो जायेगा।

विज्ञप्ति में बताया गये कि इस समारोह में रोम के प्रतिधर्माध्यक्ष आन्जेलो दे दोनातिस की अध्यक्षता में रोम के सहयोगी धर्माध्यक्ष, रोम धर्मप्रान्त के पुरोहित, धर्मसमाजी एवं धर्मसंघी तथा लोकधर्मी विश्वासियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।  

विज्ञप्ति में यह भी बताया गया कि सन्त पापा फ्राँसिस के प्रेरितिक उदबोधन "एवान्जेली गाओदियुम" का अध्ययन कर धर्मप्रान्त की विभिन्न पल्लियों ने अपनी रिपोर्टें तैयार की हैं जो साक्षात्कार के अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस को अर्पित की जायेंगी। प्रतिधर्माध्यक्ष दोनातिस ने लिखा कि सन्त पापा फ्राँसिस के साथ साक्षात्कार कृपा का क्षण होगा जिसमें भाग लेने तथा जिसके लिये प्रार्थना हेतु वे सम्पूर्ण धर्मप्रान्त के विश्वासियों को आमंत्रित करते हैं।

अपने प्रेरितिक उदबोधन "एवान्जेली गाओदियुम" में सन्त पापा फ्राँसिस लिखते हैं कि बहिष्कार की अर्थव्यवस्था, स्वार्थ, आरामदायक व्यक्तिवाद, परस्पर होड़ और युद्ध, निराशावाद और सांसारिकता माया मोह, ये सब "आध्यात्मिक रोग" हैं।








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