2018-05-07 17:28:00

काथलिक कलीसिया धूल तूफान के पीड़ितों के प्रति शोक व्यक्त करती है


नई दिल्ली, सोमवार 7 मई 2018 ( वीआर,रेई) उत्तर प्रदेश और राजस्थान के उत्तरी राज्यों में गुरुवार को विशेष रूप से भयंकर धूल तूफान द्वारा जान माल की क्षति हुई। काथलिक कलीसिया धूल तूफान के पीड़ितों के प्रति शोक व्यक्त करती है।

 यह बताया गया है कि 150 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी है और सैकड़ों घायल हो गए हैं और इस आंधी तुफान में हजारों लोगों के घर तबाह हो गये हैं भारत के मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के अनुसार, 20 वर्षों में सबसे ज्यादा नुकसान देखा गया है।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव धर्माध्यक्ष थेओदोर मस्करेनहास और कारितास इंडिया के कार्यकारी निदेशक फादर पॉल मुंजेली ने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "काथलिक कलीसिया हमारे भाइयों और बहनों के मौत पर शोकित हैं, जिन्हें उत्तर भारत के बड़े हिस्सों में प्रकृति के क्रोध का शिकार होना पडा।"

उन्होंने लिखा, "हम घायलों और पीड़ा सह रहे लोगों के साथ हमारी सहानुभूति और एकजुटता व्यक्त करते हैं।" कारितास इंडिया राहत कार्य के लिए प्रस्थान कर चुकी है यह संस्था किसी भी धर्म और जाति को देखे बिना जहाँ तक  पहुंचना संभव है जरुरत मंदों की मदद कर रही है। कारितास इंडिया, अधिक सटीक परिचालनों के लिए, उत्तर प्रदेश के आगरा जिलों और राजस्थान के जयौर जिले में विशेष रूप से अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। सरकार और दूसरी संस्थायें भी राहत कार्य में एक दूसरे के साथ मिलकर कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं।

जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर गंभीरता से सोचने और विचार करने के लिए यह भी एक अवसर है, जैसा कि संत पापा  फ्राँसिस ने अपने प्रेरितिक उदबोधन लाउदातो सी में लिखा है। प्राकृतिक आपदाओं के माध्यम से यह स्वयं को प्रकट कर रहा है।

उन्होंने काथलिकों और सभी भले लोगों से आग्रह किया कि वे अपनी प्रार्थनाओं और ठोस रुप से आर्थिक मदद देकर भी पीड़ितों और संकट में फंसे लोगों का मदद करें।








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