2018-04-24 17:03:00

हथियारों का निरस्त्रीकरण मानव परिवार के प्रति नैतिक दायित्व


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 24 अप्रैल 2018 (रेई)˸ परमधर्मपीठ ने संयुक्त राष्ट्रसंघ से  अपील की है कि सैन्य शस्त्रागार में परमाणु हथियारों को जगह न दिया जाए।

संयुक्त राष्ट्र के लिए वाटिकन के स्थायी पर्यावेक्षक महाधर्माध्यक्ष इवान जर्कोविक ने कहा कि परमाणु हथियारों के अप्रसार और निरस्त्रीकरण दोनों ही मानव परिवार के प्रत्येक सदस्य के प्रति नैतिक और कानूनी दायित्व हैं।

उन्होंने परमाणु हथियारों के अप्रसार पर संधि की 2020 समीक्षा के लिए एक सम्मेलन में कहा कि हथियार के निरंतर अस्तित्व और विकास ने मानव परिवार में "भय, हिंसा और प्रभुत्व" की मानसिकता को बढ़ावा दिया है और उनके रोकने के प्रयासों के साथ "विवाद को बढ़ाया है।"

जेनेवा में संयुक्त राष्ट्रसंघ एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सदस्यों के साथ हो रहे सम्मेलन में महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण विडंबना है कि हम सामूहिक विनाश के हथियारों की निंदा करते हैं, जबकि दूसरी तरफ, परमाणु हथियारों को रखने एवं उनके बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण पर संतोष व्यक्त करते हैं।

वाटिकन प्रतिनिधि ने कहा कि परमाणु हथियार मुक्त विश्व के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें मानव हृदय से भय एवं शत्रुता को दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों को सैन्य शस्त्रागार में कोई जगह नहीं मिलनी चाहिए, लेकिन उससे भी बढ़कर, उनके प्रयोग को हमारे दिल और दिमाग में कोई जगह नहीं मिलनी चाहिए।








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