वाटिकन सिटी, सोमवार 16 अप्रैल 2018 (वीआर, रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 14 अप्रैल को 8 नये प्रभु सेवकों को अनुमोदन प्रदान किया जिसमें एक भारतीय भी शामिल है।
संत पापा फ्राँसिस ने संत प्रकरण हेतु गठित धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल अंजेलो अमातो को 8 नये सेवकों के वीर गुणों को पहचानने वाले फैसले को घोषित करने के लिए अधिकृत किया, अब वे प्रभु सेवक के रुप में सम्मानित होंगे।
नये प्रभु सेवकों में 3 पुरोहित और 5 धर्मबहनें है, एक भारतीय, एक स्पानी, एक पुर्तगाली, एक कनाडा से और 4 इटली से हैं।
भारत से धर्मप्रंतीय पुरोहित फादर वर्गीस पायापिल्ली जो बेसहारों की धर्मबहनों के धर्मसंध के संस्थापक हैं। उनका जन्म 8 अगस्त 1878 को कोन्थुरुथी में एक संभ्रांत परिवार में हुआ था और उनकी मृत्यु 5 अक्टूबर 1929 को एरनाकुलम में टाइफाइड की वजह से हुई।
1924 में एक विनाशकारी बाढ़ के बाद, फादर वर्गीज ने अपनी पल्ली को बेघर लोगों के लिए केंद्र में बदल दिया। इन बेसहारा लोगों की सेवा हेतु फादर ने 19 मार्च 1927 में बेसहारों की धर्मबहनों के धर्मसंध की शुरुआत की। आज ये धर्मबहनें सड़क के बच्चों, बुजुर्गों, भिखारियों, कैंसर और एड्स से बीमार लोगों के लिए और शारीरिक तथा मानसिक रूप से विकलांग लोगों की सेवा करती हैं उनके रहने के लिए कई घर खोले गये हैं। धर्मबहनें अस्पतालें, डिस्पेंसरी, उपशामक देखभाल केंद्र, किंडरगार्टन और स्कूलों में भी अपनी सेवा देती हैं।
अन्य नये प्रभु सेवक निम्न हैं-
सिस्टर्स ऑफ रिपरेशन ऑफ आवर लेडी ऑफ फातिमा धर्मसमाज के संस्थापक धर्मप्रांतीय फादर प्रभु सेवक एम्मानुएल नूनेस फोरमीगो हैं। इनका जन्म पुर्तगाल के तोमार में 1 जनवरी 1883 को हुआ था और 30 जनवरी 1958 को फातिमा में उनकी मृत्यु हुई।
पवित्रतम संस्कार के धर्मसमाज के पुरोहित प्रभु सेवक फादर लुदोविको लोंगारी हैं। इनका जन्म मोंटोडीन (इटली) में 20 जून 1889 को हुआ था और 17 जून 1963 को पोंतेरानिका (इटली) में निधन हुआ।
ओट्टावा की दया की धर्मबहनों के धर्मसमाज की संस्थापिका प्रभु सेविका एलिजबेद ब्रुयेरे है इनका जन्म 19 मार्च 1818 में असोम्पसन (कनाडा) में हुआ था और 5 अप्रैल 1876 को ओट्टावा (कनाडा) में मृत्यु हुई।
पीड़ा में येसु के पवित्र हृदय की सहायिका धर्मसमाज की संस्थापिका प्रभु सेविका मदर मार्गरिता रिच्ची कुरबास्त्रो जिनका जन्म लूगो दी रोमाग्ना (इटली) में 6 अक्टूबर 1856 को हुआ था और 7 जनवरी 1923 को मृत्यु हुई।
लिपारी के निष्कलंक गर्भागमन की फ्राँसिस्कन घर्मबहनों के धर्मसमाज की संस्थापिका प्रभु सेविका मदर फ्लोरेंजा जोवान्ना प्रोफिलो, जिनका जन्म पिर्रेरा (इटली) में 30 दिसम्बर 1873 को हुआ था और 21 फरवरी1956 को रोम में उनकी मृत्यु हुई।
ख्रीस्त राजा की मिशनरी सहायिकाओं के धर्मसमाज की संस्थापिका प्रभु सेविका मदर मारिया दोलोरेस का जन्म पलेरमो (इटली) में 16 दिसम्बर 1888 को हुआ था और 27 जून 1967 को मृत्यु हुई।
संत विन्सेंट डी पॉल की दया की पुत्रियों के धर्मसमाज की सुपीरियर प्रभु सेविका सिस्टर जुस्टा डोमिंगेज़ डी विदौर्रेता ए इडॉय जिनका जन्म आज़पेतिया (स्पेन) में 2 नवंबर, 1875 को हुआ था और 18 दिसंबर, 1958 को मैड्रिड (स्पेन) में निधन हुआ।
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