2018-04-06 10:33:00

मार्टिन लूथर किंग जूनियर के निधन की 50 वीं बरसी पर उन्हें याद किया वाटिकन ने


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो):  मार्टिन लूथर किंग जूनियर के निधन की 50 वीं बरसी पर उन्हें याद करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ में वाटिकन के प्रतिनिधि ने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस एवं डॉ. किंग दोनों अहिंसा के महत्व एवं विश्वव्यापी एकात्मता की आवश्यकता में विश्वास रखते हैं।   

बुधवार चार अप्रैल को डॉ. मार्टिन लूथर किंग के निधन की 50 वीं बरसी थी। अमरीका में अश्वेतों के नागरिक अधिकारों तथा नस्लगत हिंसा के विरुद्ध संघर्षरत बैपटिस्ट ख्रीस्तीय सम्प्रदाय के अश्वेत नेता डॉ. मार्टिन लूथर किंग की हत्या सन् 1968 ई. में मेमफिस, टेन्नेसी में कर दी गई थी। उनकी हत्या उस समय कर दी गई थी जब वे लॉरेन नामक मोटल की बालकनी में अपने मित्रों के साथ बातचीत कर रहे थे।  

वाटिकन रेडियो से बातचीत में जिनिवा में संयुक्त राष्ट्र संघ में वाटिकन के प्रतिनिधि तथा परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष इवान यूरकोविट्स ने डॉ. किंग तथा सन्त फ्राँसिस के विचारों में समानता को याद करते हुए कहा कि दोनों ने ही अहिंसा एवं विश्वव्यापी एकात्मता पर बल दिया है।

महाधर्माध्यक्ष इवान यूरकोविट्स ने कहा "केवल अहिंसा के द्वारा ही प्रत्येक मानव विकास को उपलब्ध किया जा सकता है। हिंसा नई समस्याएं एवं नये विभाजनों को जन्म देती है।"

एकात्मता की आवश्यकता पर बल देकर उन्होंने कहा कि कलीसिया का विश्वास है तथा डॉ. किंग का विश्वास था कि "हम सब एक ही मानव परिवार के सदस्य हैं और इसीलिये हमें हर विभाजन को अभिभूत करना चाहिये, विशेष रूप से, नस्लगत एवं सामाजिक विभाजनों को।"   

ग़ौरतलब है कि सन् 1968 में मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्या के बाद  सन्त पापा पौल षष्टम ने भी इस बर्बर हत्या के लिये दुख व्यक्त करते हुए उन्हें "जातियों एवं नस्लों के एकीकरण के ख्रीस्तीय नबी" की संज्ञा प्रदान की थी।  

इसी प्रकार सन्त पापा फ्राँसिस ने 24 सितम्बर 2015 को अमरीकी काँग्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा थी कि डॉ. मार्टिन लूथर किंग का स्वप्न समस्त विश्व के ख्रीस्तीयों को निरन्तर प्रेरणा प्रदान कर रहा है।








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