वाटिकन सिटी, बुधवार 4 अप्रैल 2018 (वीआर,रेई) : आज बुधवार, 4 अप्रैल डॉ. मार्टिन लूथर किंग, जूनियर की 50 वीं पुण्यतिथि है। गरीबी और जातिवाद से लड़ते हुए अमेरिकी बैपटिस्ट मंत्री और मानवअधिकार कार्यकर्ता की मेम्फिस, टेनेसी में हत्या कर दी गई थी।
वे 4 अप्रैल 1968 को लोरेन मोटल की छज्जे पर दोस्तों के साथ बात कर रहे थे, तब उन्हें बुलेट द्वारा मारा गया था।
डॉ मार्टिन की मौत के बाद, वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में रविवारीय देव दूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा पॉल VI ने "नस्लीय एकीकरण के लिए एक ख्रीस्तीय नबी" की हत्या के लिए अपना दुःख व्यक्त किया था।
संत पापा फ्राँसिस, 24 सितंबर, 2015 को यू.एस. कांग्रेस में अपने संबोधन में कहा कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर का सपना दुनिया भर के ख्रीस्तीयों को प्रेरित करता रहा है।
अहिंसा और वैश्विक एकता
संयुक्त राष्ट्र के लिए स्थायी पर्यवेक्षक और परमधर्मपीठ के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष इवान यूर्कोविच ने जेनेवा से वाटिकन रेडियो के संवाददाता अलेक्सांद्रो से डा. किंग और संत पापा फ्राँसिस के समान दृष्टिकोण के बारे बातें की।
उन्होंने कहा कि दोनों सज्जन अहिंसा के महत्व और वैश्विक एकता की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करते हैं। "हर इंसान के विकास को केवल अहिंसा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। हिंसा नई समस्याओं और नए विभाजन का प्रतिनिधित्व करती है।"
एकजुटता की आवश्यकता के बारे में, उन्होंने कहा कि कलीसिया का मानना है और मार्टिन लूथर किंग जूनियर का भी मानना था कि "हम सब एक मानव परिवार के हैं और हमें हर प्रकार के विभेद, विशेषकर नस्लीय या सामाजिक मतभेदों से बाहर आना है।"
महाधर्माध्यक्ष यूर्कोविच ने कहा, "संत पापा फ्राँसिस वास्तव में कुछ लोगों में से एक है,जिसने लगातार मानव अधिकारों के बचाव ... शांति के लिए प्रयास करते रहे हैं।"
All the contents on this site are copyrighted ©. |