2018-03-06 11:44:00

नई पुस्तक के प्राक्कथन में सन्त पापा ने धर्मबहन की उदारता को किया याद


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 6 मार्च 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने इताली पत्रकार पाओला बेर्गामीनी की नई पुस्तक के लिये लिखे प्राक्कथन में अपने बाल्यकाल की घटना को याद कर एक धर्मबहन द्वारा दिये उदारता के साक्ष्य का सराहना की है।

साईलेन्ट एन्जल्स की नन्हीं धर्मबहनें नामक धर्मसंघ के संस्थापक फादर स्तेफानो पेर्नेत के जीवन चरित्र पर लिखी नई पुस्तक के प्राक्कथ्न में सन्त पापा फ्राँसिस ने याद किया कि उनके जन्म के तुरन्त बाद धर्मसंघ की एक धर्मबहन ने उन्हें अपनी बाहों में लिया था। उस समय के बाद से उन्होंने बोयनुस आयरस में सदैव धर्मसंघ की धर्मबहनों से सम्पर्क बनाया रखा था। माँ मरियम के स्वर्गोत्थान को समर्पित यह धर्मसंघ विश्व के 25 राष्ट्रों में सेवारत है।  

प्राक्कथन में सन्त पापा ने उस घटना को याद किया है जब धर्मबहनों की मदद से उनके पिता का एक सहश्रमिक संक्रमणात्मक रोग से मुक्त हो गया था और जिसके बाद श्रमिक ने उस सहकर्मी को फटकार बताई थी जो धर्मबहनों की आलोचना कर रहा था।  

इल वान्जेलो ग्वान्चा आ ग्वानचा में अर्थात् गाल के बदले गाल सुसमाचार शीर्षक से विमोचित पुस्तक में सन्त पापा फ्राँसिस ने लिखा है, "मेरे पास इन धार्मिक महिलाओं की कई यादें हैं, जो धैर्यपूर्वक कठिनाइयों में पड़े लोगों के घरों में प्रवेश करती,  उनकी देखभाल करती, नौकरियां करने वालों के बच्चों के साथ स्कूल जाती और उनके लिए भोजन तैयार करती हैं और फिर अपने मठ में वापस जाकर अपने नियमों का पालन करती तथा प्रार्थना करती हैं।"

सन्त पापा ने कहा कि वह श्रमिक व्यक्ति नास्तिक था किन्तु धर्मबहनों के उदारतापूर्ण साक्ष्य को देखकर उसने प्रभु ईश्वर की करुणा का साक्षात्कार किया था।

प्राक्कथन में सन्त पापा ने धर्मसंघ के संस्थापक, फ्राँस के पुरोहित फादर पेर्नेत द्वारा पेरिस के ज़रूरतमन्दों के पक्ष में सम्पादित अनुपम कार्यों की सराहना की है जिन्हें 1983 में भक्ति योग्य घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि फादर पेर्नेत के कार्य हमें उन लोगों तक ले जाते हैं जो शरीर एवं आत्मा से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर पर विश्वास एवं पड़ोसी की सेवा दूरस्थ व्यक्तियों के हृदयों का भी स्पर्श कर लेती है। 








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