न्यूयॉर्क, शुक्रवार, 23 फरवरी 2018 (एएफपी): संयुक्त राष्ट्र संघीय सुरक्षा परिषद में सिरियाई संघर्ष को रोकने हेतु गुरुवार को युद्धविराम प्रस्ताव पारित नहीं हो सका।
सिरिया में विगत कई दिनों से दमिश्क के निकटवर्ती पूर्वी गूता में संघर्ष सघन हो गया है जिसमें बताया जाता है कि केवल पिछले पाँच दिनों की बमबारी में कम से कम 400 लोगों की हत्या हो चुकी है।
संघर्ष को रोकने के अभिप्राय से गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र संघीय सुरक्षा परिषद की बैठक हुई जिसमें रूस की मनाही के बाद युद्ध विराम का प्रस्ताव पारित नहीं हो सका।
संघर्षविराम का प्रस्ताव स्वीडन और कुवैत की तरफ से पेश किया गया था, लेकिन रूस इस प्रस्ताव में संशोधन चाहता था क्योंकि उसका कहना था कि मौजूदा प्रस्ताव से सिरियाई सरकार पर ही दबाव बढ़ेगा।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के प्रतिनिधि वेस्ली नेबेनज़्या ने कहा कि रूस इस बात की गांरटी चाहता था कि पेश किया गया प्रस्ताव ज़मीनी तौर पर कारगर साबित हो। रूस का कहना था कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को यथार्थवादी होना चाहिये केवल लोकप्रिय नहीं।"
पश्चिमी देशों के प्रतिनिधियों ने रूस के इस रवैये को सीरियाई सरकार का समर्थन करने वाला कदम बताया है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार लगभग 3 लाख 93 हज़ार लोग गूता के संघर्षरत इलाकों में फँसें हैं जिन्हें मानवतावादी सहायता की नितान्त आवश्यकता है।
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