2018-01-25 15:34:00

"फेक न्यूज़" के विषाणु से हम किस तरह बच सकते हैं?


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 25 जनवरी 18 (जेनित): संत पापा फ्राँसिस ने "फेक न्यूज़" या नकली समाचारों के विषाणु को मारने हेतु एक महत्वपूर्ण औषधि प्रदान की अर्थात् सच्चाई द्वारा शुद्धिकरण की औषधि।

संत पापा ने ऐसा तब किया जब उन्होंने 52वें विश्व संप्रेषण दिवस हेतु अपने संदेश में ‘फेक न्यूज़’ का विरोध किया। उनके संदेश की विषयवस्तु है ‘सत्य तुम्हें स्वतंत्र कर देगा। (यो. 8:32) फेक न्यूज़ एवं शांति हेतु पत्रकारिता।’ इस वर्ष यह दिवस 13 मई को प्रभु के स्वर्गारोहन महापर्व के दिन मनाया जाएगा।

अपने संदेश में संत पापा ने स्मरण दिलाया है कि मानव संचार जीवन का एक अभिन्न एवं सुन्दर अंग है किन्तु उन्होंने चेतावनी दी कि विकृत संचार अत्यधिक हानि भी पहुँचा सकता है।

नकली समाचारों के दुष्प्रभाव पर गौर करते हुए संत पापा ने याद दिलाया कि जब सच्चाई को हेरफेर किया जाता है तब इससे न केवल आम जनता किन्तु सभी लोग प्रभावित होते हैं।

संत पापा ने प्रश्न किया, तब हम किस तरह इससे बच सकते हैं? उन्होंने कहा, "आज के इस तेजी से बदलते संचार एवं डिजीटल जगत में, हम फेक न्यूज़ के विस्तार को देख रहे हैं।" संत पापा ने इस पर गंभीरता से चिंतन करने की सलाह दी। इसको दूर करने के लिए उन्होंने हमारे साझे समर्पण तथा डिजिटल पत्रकारिता की पुनः खोज करने एवं सच्चाई का प्रचार करने की व्यक्तिगत जिम्मेदारी पर जोर दिया।

संत पापा ने कहा फेक न्यूज़ एक असहिष्णुता एवं अतिसंवेदनशील दृष्टिकोण का चिन्ह है तथा यह केवल अहंकार और नफरत के प्रचार हेतु प्रेरित करता है परिणामतः झूठ का प्रचार होता है। हममें से कोई भी इस झूठ का मुकाबला करने की जिम्मेदारी से नहीं छूट सकता जो कि आसान नहीं है फिर भी अपरिष्कृत तरीके को रोकने और पहचानने के तरीके विवेक की एक गहन और सावधानीपूर्वक प्रक्रिया हेतु निमंत्रण देता है।

उन्होंने कहा कि "भ्रामक भाषा द्वारा लगातार दूषण हमारे आंतरिक जीवन को अंधकारमय बना सकता है।"

हम किस तरह से अपने आप को इससे बचा सकते हैं? उन्होंने कहा कि झूठ के विषाणु को नष्ट करने की सबसे महत्वपूर्ण औषधि है सत्य। सत्य की परख करने के लिए हमें उन सभी बातों की परख करने की आवश्यकता है जो एकाकी, विभाजन एवं विरोध में से एकता और अच्छाई को प्रोत्साहित करे। 

शांति एक सच्ची खबर है जबकि झूठ सही रणनीति नहीं है, किन्तु वे लोग जो सुनना चाहते हैं और सच्चाई उत्पन्न करने के लिए ईमानदारी से बातचीत में रुचि रखते हैं वे झूठ को फैलने से रोक सकते हैं।

उन्होंने कहा कि यदि जिम्मेदारी ही फेक न्यूज को फैलने से रोकने का सही उत्तर है तब उन लोगों पर जो समाचार का वितरण करते हैं, खासकर, पत्रकारों के कंधों पर एक भारी जिम्मेदारी है कि वे समाचारों की रक्षा करें। आज के विश्व में, यह न केवल एक पेशा है किन्तु एक मिशन भी है।

संत पापा ने शांति की पत्रकारिता हेतु निमंत्रण देते हुए कहा कि पत्रकारिता जो विश्वसनीय हो, झूठ, बयानबाजी तथा संवेदनशील शीर्षकों का विरोध करे एवं सभी को अपनी सेवा प्रदान करे विशेषकर, उनकी आवाज बने जो आवाज हीन हैं। 








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