2018-01-20 13:59:00

संत पापा पेरु के बच्चों से : 'छोटे सितारे बनें जो रात में प्रकाश देता है’


पुएरतो मालदोनादो, शनिवार 20 जनवरी 2018 (रेई) : संत पापा फ्रांसिस ने शुक्रवार को पुएरतो मालदोनादो के "द लिटिल प्रिंस" होम में परिवारों के बिना पेरू के बच्चों के साथ मुलाकात की। "द लिटिल प्रिंस" होम में जिन युवाओं ने अपना बचपन बिताया था, वे भी संत पापा से मुलाकात करने आये थे उन्होंने बच्चों के साथ मिलकर संत पापा के स्वागत में नृत्य और संगीत का प्रदर्शन किया।

संत पापा फ्राँसिस ने बच्चों और युवाओं र यवओऔके सुन्दर प्रदर्शन के लिए तहे दिल से धन्यवाद दिया तथा उनसे मिलने की खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मैं आपसे मिले बिना पुएरतो मालदोनादो नहीं छोड़ सकता था।”

संत पापा ने कहा “कुछ समय पहले हमने क्रिसमस मनाया। छोटे बालक येसु की प्रतिमा हमारे दिल को छू देती है। वे हमारे कीमती उपहार हैं। बच्चे आप उनके प्रतिबिंब हैं और आप भी हमारे लिए एक उपहार हैं इस अनमोल उपहार की देखभाल करने के लिए हम उत्तरदायित्व मिला है। हम वयस्कों को माफ कर दें जब हमने आपकी देख भाल में लापरवाही बरती। आपको उतना महत्व नहीं दिया जितना आपको चाहिए था। आपके सही तरीके से परवरिश करने हेतु हमारे समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। हमारी लापरवाही और उदासीनता के कारण जरुरतमंद बच्चे दुख सहते हैं।”

            संत पापा ने बच्चों को सांत्वना देते हुए कहते हैं कि उन्हें मालुम है कि कुछ बच्चों को रात में अच्छा नहीं लगता है क्योंकि आप लोगों को माता पिता की याद आती है। आप बहुत ज्यादा दुखित हो जाते हैं। संत पापा ने डिरसे नामक बच्चे को इंगित कर कहा , “डिरसे, आप बहादुर थे और आपने हमारे साथ यह साझा किया। आपने कहा कि मेरा संदेश आपलोगों के आशा प्रदान करेगा। परंतु मेरे लिए तो आप का जीवन, आपकी बातें सबकुछ आशा की रोशनी हैं। हम सभी के लिए आशा की रोशनी होने के लिए धन्यवाद।”

            संत पापा ने कहा, “मुझे खुशी है कि यह आपका घर है जहाँ आपको प्यार मिलता है और दोस्ती के वातावरण में लोग आपकी मदद करते हैं और आपकी देखभाल करते हैं। इन लोगों के माध्यम से ईश्वर आपकी देखभाल करते हैं और अपने दिल में सपने डालते हैं।” संत पापा युवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा आप आस घर में प्यार और स्वीकृति पाया और अपना भविष्य उज्वल बनाने के लिए इस घर ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। आप अपनी प्रतिभाओं का समुचित प्रयोग में लाने का प्रयास कर रहे हैं। इन छोटे बच्चों के लिए आप आदर्श हैं। वे आपके समान बनना चाहते हैं अतः आप उनके साथ समय बितायें, उनके साथ खेलें। आप उनके लिए 'छोटे सितारे बनें जो रात को प्रकाशित करता है। (सीएफ, एंटोनी डी सेंट-एक्स्परी, XXIV; XXVI)

संत पापा ने कहा, “आप में से कुछ युवा अपने ही मूल समुदायों से आये हैं। अफसोस की बात है कि आपने जंगलों का विनाश देखा है। आपकी बुज़ुर्गों ने आपको जंगलों में भोजन खोजना सिखाया है; वहां उन्होंने दवा की खोज की जो उन्हें चंगा करने लगे। नदियाँ, जो आपके खेल की मेजबानी करती हैं और आपको भोजन प्रदान करती हैं, अब वे गंदी, दूषित, मृतप्राय हो गई हैं। युवाओ अपने बुजुर्गों से प्राप्त विरासत, अपने जीवन और सपनों को कभी न त्यागें।”

                        संत पापा ने बच्चों और युवाओं को पढने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, “आप शिक्षा प्राप्त करें, अपने स्कूली शिक्षा के दौरान सभी अवसरों का लाभ उठाएं। समाज रुपी ट्रेन के अंतिम डब्बे में बैठ कर सफर करने में संतुष्ट न रहें पर ट्रेन को चलाने वाले चालक बनें। अपने बड़े बुजुर्गों के अनुभवों, परंपराओं और मूल्यों को सुनें। अपनी सीखने की जिज्ञासा को कमजोर न करें। साथ ही वर्तमान की नई चीजों को भी सीखें। अपने रास्ते में पुराने और नए को एक साथ लाते हुए आगे बढ़ें। आप दूसरों का नकल न करें, पर अपनी प्रतिभाओं के साथ अपनी पहचान बनायें। समाज को आपकी जरुरत है। समाज की हर चुनौतियों का साहस के साथ सामना करें।”

            अंत में, संत पापा ने "द लिटिल प्रिंस" होम के निदेशक  फादर जेवियर, धर्मसंघी बंधुओं, धर्मबहनों, स्वंयसेवकों और उपकारकों को धन्यवाद दिया जो सभी बच्चों के बेहतर जीवन के लिए अपना योगदान और अपना समय प्रदान करते हैंI 








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