2018-01-17 15:14:00

संत्यागो कारावास की महिलाओं को संत पापा फ्राँसिस का संदेश


संत्यागो, बुधवार 17 जनवरी 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस संत्यागो स्थित कारावास का दौरा कर सजा काट रही महिलाओं से मुलाकात की। संत पापा ने महिलाओं को इस अवसर के लिए धन्यवाद दिया कि वे उनके साथ बातें कर सकते हैं। संत पापा ने सिस्टर नेली के मधुर वचनों और विशेषकर साक्ष्य के लिए धन्यवाद दिया कि मृत्यु के उपर हमेशा जीवन की विजय होती है। संत पापा ने जनेट को अपने कड़ुवे अनुभव को साझा करने और बड़े साहस के साथ सामने आकर माफी मागने हेतु उसकी प्रसंशा की। संत पापा ने जनेट के वाक्य को दुहराया, "हम उन सभी लोगों से क्षमा मांगते हैं जिनहें हम अपने दुर्व्यवहारों से नुकसान पहुंचाते हैं।" संत पापा ने उसे यह याद दिलाने के लिए धन्यवाद दिया इस मनोभाव के बिना हम मानवता को खो देते हैं।  हम गलती करते हैं पर हर दिन हमें मौका देता है कि हम गलती स्वीकारते हुए नये जीवन की शुरुआत करें।

येसु ने भी कहा था, "जो तुम्हारे बीच पाप रहित है, वही सबसे पहले पत्थर फेंके।" (योहन 8: 7) संत पापा उस मनोभाव को अपने पीछे छोड़ने कहते हैं जो वास्तविकता को अच्छे और बुरे में विभक्त करती है तथा उस मनोभाव को अपनाने को कहते हैं जो अपनी कमजोरियों और गलतियों को पहचानते हुए आगे बढ़ने में मदद करता है।

सत पापा ने कहा कि जब उन्होंने प्रवेश किया तो दो माताओं ने अपने बच्चों और कुछ फूलों से स्वागत किया। उनके स्वागत को संत पापा ने तीन शब्दों में व्यक्त किया - माता, बच्चे और फूल।

माता - संत पापा ने कहा, आप में से बहुत कोई माताएँ हैं आप एक नये जीवन को इस दुनिया में लाना  जानती हैं। मातृत्व कभी भी समस्या नहीं है अपितु यह एक उपहार है, और सबसे बेहतरीन उपहारों में से एक है। आज आपके सामने चुनौती है इन बच्चों की परवरिश कर उन्हें जीवन में आगे बढाना है।अपने साथ-साथ अपने बच्चों का भविष्य आपको बनाना है। मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि उस भविष्य को आगे लाने की क्षमता जो आप में से हर एक में जीवित है उस पहचान को बनाये रखें। अपनी आशा को कभी न खोयें।

संत पापा ने जनेट का उदाहरण देकर कहा कि अपनी स्वतंत्रता को खोना का यह मतलब नहीं है कि हम अपने सपने और अपनी आशा भी खो दें। हमारी आजादी को खोना और गरिमा को खोना दोनों एक समान नहीं है। यही कारण है कि हमें उन सभी छोटी-छोटी बातों को अस्वीकार करने की ज़रूरत है जो हमें बताती हैं कि हम बदल नहीं सकते हैं, यह कोशिश करने के लायक नहीं है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। नहीं, कुछ चीजों से हमारे जीवन में फर्क पड़ता है। उन सभी प्रयासों को हम बेहतर भविष्य के लिए तैयार करते हैं - भले ही अक्सर लगता है कि हमारा प्रयास बेकार हो रहा है परंतु ये सभी निश्चित रूप से फल लाएंगे।

दूसरा शब्द है बच्चे। बच्चे हमारी ताकत, हमारे भविष्य और  हमारे प्रोत्साहन हैं वे हमें याद दिलाते हैं कि हमें अतीत में नहीं पर भविष्य के लिए जीवित रहना है। आज इन बच्चों की स्वतंत्रता इनसे छीन ली गई है पर यह अंत नहीं है आप धीरज के साथ समाज की मुख्य धारा में जुड़ने की आशा लेकर आगे बढ़ें। मैं आपको ‘एस्पासियो मंडेला’ और ‘मुयेर लेवान्ते’ जैसे परियोजना से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित करता हूँ। ये परियोजनायें आपको समाज में अपनी पहचान बनाने और सफल जीवन जीने में मददगार होंगी।

संत पापा ने कहा, यह दुख की बात है कि अक्सर जेल की जिन्दगी प्रायः एक सजा है जहाँ व्यक्ति के विकास के लिए कोई कोई अवसर नहीं दिया जाता है। जबकि उन्हें नौकरी पाने के लिए प्रशिक्षण और रिश्तों के पुनर्निर्माण के लिए पहल लेनी चाहिए जिससे उनका भविष्य आशामय हो सके।

फूल- हमारा जीवन ही फूल है जब हम एक साथ मिलकर काम करते हैं तो इसमें जीवन की सुन्दरता और आनंद का अनुभव होता है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं सभी सभी स्वंयसेवकों, प्रेरितिक कार्यकर्ताओं, पुलिस अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों का अभिवादन करता हूँ। मैं अधिकारियों से आग्रह करता हूँ जैसा कि आपका काम संवेदनशील और जटिल है, आप अपने काम को गरिमा के साथ पूरा करें।  

माता मरिया हमारी माता है। हम प्रार्थना करते हैं कि वे आपको, बच्चों को और आपके परिजनों को अपने आंचल तले सुरक्षित रखे।








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