2018-01-05 11:04:00

काथलिक स्कूलों में बलपूर्वक हिन्दू पूजा करवाना एक प्रकार का आतंकवाद, महाधर्माध्यक्ष


नई दिल्ली, शुक्रवार, 5 जनवरी 2018 (एशिया न्यूज़): भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव एवं राँची के महाधर्माध्यक्ष थेयोडोर मैसकारेनस ने कहा है कि काथलिक स्कूलों में बलपूर्वक हिन्दू पूजा करवाना एक प्रकार का आतंकवाद है। उन्होंने कहा कि जो लोग काथलिक स्कूलों में बलात हिन्दू पूजा को लागू करवाना चाहते हैं वे "राष्ट्रवादी नहीं, अपितु अतिराष्ट्रवादी एवं आतंकवादी है।"  

एशियान्यूज़ से बातचीत में महाधर्माध्यक्ष मैसकारेनस ने मध्यप्रदेश के विदिशा में विगत कई दिनों से चल रहे ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के उत्पीड़न के प्रति ध्यान आकर्षित कराया। हाल की एक घटना में हिन्दू चरमपंथी संगठन अखिल भारती विद्यार्थी परिषद के लगभग 900 सदस्यों ने विदिशा स्थित सेन्ट मेरीज़ कॉलेज के समक्ष धरणा दे रखा है। उनकी मांग है कि कॉलेज में भारत माता के आदर में आरती की जाये। भारत के गृह मंत्री ने कानून और व्यवस्था कायम करने के लिये 400 पुलिस एजेन्टों को लगा रखा है।

महाधर्माध्यक्ष मैसकारेनस ने कहा, "उनका कृत्य संविधान विरोधी और प्रजातंत्रवाद विरोधी तथा हमारी स्वतंत्रता का हनन है।"  

उन्होंने अन्तरिम मामलों के मंत्री राजनाथ सिंह के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया जिन्होंने प्रत्यक्ष हस्तक्षेप कर 400 पुलिस कर्मियों को लगवाने का आदेश दिया है।

कॉलेज के समक्ष खड़े हिन्दू चरमपंथी संगठन के सदस्य भारत की सत्तारूढ़ भाजपा राजनैतिक पार्टी की युवा शाखा के सदस्य हैं। कॉलेज के बाहर खड़े होकर वे ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रहे हैं, "यदि हमें अन्दर न आने दिया गया तो समस्याएं खड़ी होंगी।"

महाधर्माध्यक्ष मैसकारेनस ने कहा, "हम हमारी संस्थाओं में किसी पर भी कुछ नहीं थोपते हैं इसलिये हम चाहते हैं कि दूसरे भी हम पर कुछ न थोपें।" उन्होंने कहा, "हमें हमारी संस्थाओं को स्वतंत्रतापूर्वक संचालित करने का पूरा अधिकार है।"

इसी बीच, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षों ने एक प्रेरितिक पत्र में सभी लोगों के बीच मैत्री एवं भाईचारे का आग्रह किया है। 








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