2018-01-04 15:49:00

मध्य प्रदेश के काथलिक स्कूल में हिन्दू समारोह के अनुष्ठान पर दबाव


मुम्बई, बृहस्पतिवार, 4 जनवरी 18 (एशियान्यूज़): "काथलिक संस्थान में यदि आप हिन्दू धार्मिक अनुष्ठान को नहीं मनायेंगे तो आपको समस्या होगी।" उक्त बात हिन्दू चरमपंथी दल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की है जिसने मध्य प्रदेश में धमकी देते हुए कही थी। इस चेतावनी के नवीनतम मामले का निशाना वादिशा का सेंट मेरी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज बना।

एशियान्यूज़ से बातें करते हुए सागर के धर्माध्यक्ष अंतोनी चिरायात ने कहा, "मैं चिंतित हूँ क्योंकि हिन्दू राईट विंग के कार्यकर्ता कह रहे हैं कि वे हमारे काथलिक संस्थान में एक पूजा का अनुष्ठान करना चाहते हैं। कॉलेज में हम ख्रीस्तयाग अथवा किसी तरह की प्रार्थना का आयोजन नहीं करते हैं और न ही हम हिन्दूओं की धार्मिक क्रिया-कलापों को अनुमति देंगे।"

30 दिसम्बर को एबीवीपी का एक दल कॉलेज के प्रशासन से बात करने के मकसद से कॉलेज आया था। कॉलेज के प्राचार्य फा. शाजू देवास्सी ने जानकारी दी है कि उन हिन्दूओं ने भारत माता के नारे लगाने एवं आरती करने हेतु मजबूर किया। (भारत माता के प्रतीक स्वरूप दुर्गा माता को रखा गया था जो साड़ी पहने, सिंह के साथ थी।) काथलिकों द्वारा आरती करने से इंकार करने पर वे क्रुद्ध हो गये तथा धमकी दी कि वे इस अनुष्ठान को बल पूर्वक पूरा करेंगे।" प्राचार्य ने कहा कि हम भावनात्मक रूप से ठेस महसूस कर रहे हैं। विद्यार्थी भी आत्मरक्षा हेतु भय का अनुभव कर रहे हैं।"  

धर्माध्यक्ष चिरायाथ ने जानकारी दी कि घटना कई पुलिस अधिकारियों के सामने घटी। सागर धर्मप्रांत से कई पुरोहितों ने कॉलेज जाकर कॉलेज प्रबंधन के समर्थन हेतु प्रार्थना अर्पित की। उन्होंने याद दिलाया कि संस्थान में धमकी मध्य प्रदेश में हाल की चौथी घटना है। 

पहली घटना सितम्बर में हुई थी चरमपंथियों ने कलीसिया पर 200 लोगों के धर्मांतरण का गलत आरोप लगाया था। पुलिस द्वारा जाँच से पता चला कि आरोप गढ़े गये और निराधार थे। दूसरी घटना थी सागर की सड़कों पर हिन्दू चरमपंथियों का मशाल के साथ जुलूस। तीसरी घटना क्रिसमस के पूर्व घटी जब सातना के गुरूकुल छात्रों एवं पुरोहितों पर आक्रमण किया गया जो क्रिसमस संगीत के लिए गाँव जा रहे थे और अब 4 जनवरी को वादिशा कॉलेज की यह घटना।








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