2018-01-02 15:20:00

कॉप्टिक ख्रीस्तीयों ने हमले में मृत लोगों का अंतिम संस्कार सम्पन्न किया


काहिरा, मंगलवार, 2 जनवरी 2018 (एशियान्यूज़): मिस्र के सैंकड़ों लोगों ने धर्माध्यक्षों, पुरोहितों एवं धर्मसमाजियों के साथ अत्यधिक दुःख एवं रोष की भावना के बीच काहिरा के नजदीक कॉप्टिक गिरजाघर में हुए हिंसक हमले के शिकार लोगों को अंतिम संस्कार दिया।  

29 दिसम्बर को कॉप्टिक ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के हेलवान धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष ने मार मीना गिरजाघर के प्राँगण में बंदुकधारियों द्वारा हमले के शिकार अपने समुदाय के 8 सदस्यों का अंतिम संस्कार सम्पन्न किया।

हमला उस समय हुआ जब शुक्रवार सुबह को विश्वासी धर्मविधि में भाग लेने हेतु गिरजाघर आ रहे थे। बंदुकधारियों ने हमला सबसे पहले उन दो भाइयों पर किया जो व्यपारी थे और उन्हें मार डाला, तब वे गिरजाघर के प्रवेश द्वार की ओर आगे बढ़े, जहाँ उन्होंने छः अन्य लोगों को मार दिया जिनमें तीन महिलाएँ थीं। जब गिरजाघर में तैनात दो सुरक्षा बलों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उन्हें भी मार दिया। इस तरह एक ही घटना में दो व्यापारी, छः विश्वासी एवं दो पुलिस कर्मियों की हत्या की गयी। घटना में पाँच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। 

मार मीना गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर अंद्राओस आज्मी के अनुसार आक्रमण करने वालों ने पहले पुलिस अधिकारियों की हत्या की जो गिरजाघर में पहरा दे रहे थे जैसा कि क्रिसमस एवं नया साल की तैयारी के दौरान सुरक्षा बलों को तैनात किया जाता है। उसके बाद उन्होंने गिरजाघर में प्रवेश करने की कोशिश की किन्तु द्वार को शीघ्रता से बंद कर दिया गया, फिर भी गिरजाघर के प्रवेश द्वार के पास कुछ लोगों को उन्होंने मार दिया। फादर अंतोनियो दानिएल ने गिरजाघर की दूसरी ओर के मस्जिद के इमाम की भूमिका की सराहना की जिन्होंने मस्जिद के लौडस्पीकर से घोषणा की कि गिरजाघर में हमला हुआ है तथा इसको बचाना जरूरी है। उन्होंने कॉप्टिक भाइयों की मदद हेतु मस्जिद के मुस्लमानों से आग्रह किया। फादर ने कहा कि इसके द्वारा कई लोगों की जान बच गयी, अन्यथा अधिक लोगों की जानें जा सकती थी। 

विदित हो कि अरब स्प्रिंग की क्रांतियों के कारण 2011 से ही मिस्र के कॉप्टिक ख्रीस्तीय विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा हिंसक हमलों के शिकार हो रहे हैं।

 








All the contents on this site are copyrighted ©.