2017-11-28 12:01:00

विविधता में एकता का सन्त पापा फ्राँसिस ने किया आह्वान


याँगून, मंगलवार, 28 नवम्बर 2017 (रेई,वाटिकन रेडियो): म्यानमार में सन्त पापा फ्राँसिस ने सोमवार को विभिन्न धर्मों के नेताओं से मुलाकात कर विविधता में एकता का आह्वान किया था।

याँगून के बौद्ध, इस्लाम, हिन्दू, यहूदी एवं ख्रीस्तीय नेताओं ने याँगून स्थित महाधर्माध्यक्षीय निवास में सन्त पापा का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। लगभग 40 मिनटों तक जारी रही इस मुलाकात पर वाटिकन प्रवक्ता ग्रेग बुर्के ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि सन्त पापा फ्राँसिस ने सभी से एकता के सूत्र में बँधने का आग्रह किया है। सन्त पापा ने कहा, "एकता हमेशा से विविधता का परिणाम रही है।"

उन्होंने कहा, "प्रत्येक के अपने मूल्य, अपनी संस्कृति, अपना धर्म, अपनी परम्पराएँ और साथ ही अपने मतभेद हुआ करते हैं जिन्हें आपस में बाँटा जाना अनिवार्य है और ऐसा तब ही हो सकता है जब हम शांति में जीवन यापन करते हैं, विभिन्न स्वरों के बीच से ही शांति का निर्माण होता है।"

वाटिकन प्रवक्ता ने बताया कि सन्त पापा ने धार्मिक नेताओं से आग्रह किया है कि वे देश के निर्माण के लिये एकजुट होकर काम करें और यदि वे वाद-विवाद करें तो भ्रातृ भाव से परिपूरित होकर विचार विमर्श में लगे जो पुनर्मिलन तक ले जाता है। 

विभिन्न धर्मों के नेताओं के साथ मुलाकात के उपरान्त सन्त पापा ने बौद्ध बहुल राष्ट्र म्यानमार के बौद्ध नेता सीतागू सायादो से भी बातचीत की जिनकी कई बार मुसलमानों के विरुद्ध बोलने के लिये कटु आलोचना की जाती रही है।

वाटिकन के प्रवक्ता ने कहा कि बौद्ध नेता सायादो से व्यक्तिगत मुलाकात का उद्देश्य इस बात पर बल देना था कि शांति, भ्रातृत्व एवं सह-अस्तित्व को बढ़ावा देकर ही न्याय एवं शांति के आधार राष्ट्र का निर्माण सम्भव है।

स्मरण रहे कि म्यानमार की 87 प्रतिशत जनता बौद्ध धर्मानुयायी है।








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