2017-11-28 11:56:00

म्यानमार की नई राजधानी में नागर अधिकारियों से मुलाकात


नाय पी ताओ, मंगलवार, 28 नवम्बर 2017 (रेई,वाटिकन रेडियो): म्यानमार की नई राजधानी नाय पी ताओ में अपनी यात्रा के दूसरे दिन सन्त पापा फ्राँसिस ने म्यानमार के राष्ट्रपति श्री हितिन कियाओ तथा राज्य परामर्शदाता एवं विदेश सचिव, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्रीमती आऊन सान सूकी से औपचारिक मुलाकातें की। 

म्यानमार की नई राजधानी नाय पी ताओ याँगून से 340 किलो मीटर दूर है। म्यानमार इन्टरनैशनल एयरवेज़ से डेढ़ घण्डे की विमान यात्रा के बाद सन्त पापा नाय पी ताओ स्थित राष्ट्रपति भवन के प्राँगण में पधारे जहाँ वाटिकन तथा म्यानमार के राष्ट्रीय गीतों की धुनों सहित पूर्ण सैन्य सम्मान से राष्ट्र में उनका हार्दिक स्वागत किया गया। राष्ट्रपति भवन में सन्त पापा ने स्वर्ण ग्रन्थ पर हस्ताक्षर किये तथा राष्ट्रपति हितिन कियाओ के साथ वैयक्तिक मुलाकात की। राष्ट्रपति से बातचीत के उपरान्त सन्त पापा ने म्यानमार की परामर्शदाता एवं विदेश सचिव श्रीमती आऊन सान-सूकी से भी मुलाकात की। गोपनीयता का पालन करते हुए इस मुलाकात का विवरण प्रदान नहीं किया गया है।

म्यानमार के नागर अधिकारियों और, विशेष रूप से, श्रीमती आऊन सान सूकी से सन्त पापा फ्राँसिस की मुलाकात पर देश के अल्पसंख्यकों की आशा टिकी है। अभी अगस्त माह में ही रोहिंगिया विद्रोहियों द्वारा सुरक्षा नाकों पर हमले के बाद म्यानमार की सैनिक कार्रवाई में कम से कम 6,20,000 रोहिंगिया जाति के लोग पलायन एवं बंगलादेश में शरण लेने के लिये बाध्य हुए हैं। प्राप्त समाचारों के अनुसार, रोहिंगिया जाति के गाँवों को आग के हवाले कर दिया गया था, उनके घरों को लूट लिया गया था तथा महिलाएँ एवं लड़कियाँ बलात्कार का शिकार बनी थीं।

ग़ौरतलब है कि रोहिंगिया ससंकट पर मौन रहने के लिये कई बार विश्वव्यापी स्तर भी आऊन सान सूकी की आलोचना की गई है। म्यानमार के काथलिक नेताओं ने कई बार इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया है कि सैन्य नेताओं के आगे आऊन सान सूकी की कोई आवाज़ नहीं है। उन्होंने श्रीमती सूकी को समर्थन देने का अनुरोध किया है ताकि म्यानमार प्रजातंत्रवाद की ओर आगे बढ़ सके।








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