2017-11-09 16:21:00

कोलम्बो कारितास का गरीबों की सेवा में 50 साल


कोलम्बो, बृहस्पतिवार, 9 नवम्बर 2017 (एशियान्यूज़): काथलिक उदारता संगठन कारितास की श्रीलंका शाखा, श्रीलंका में 50 सालों तक लोगों की सेवा की यादगारी मना रही है।

 एशियान्यूज़ के अनुसार काथलिक करीतास श्रीलंका की स्वर्ण जयन्ती का उद्घाटन 8 नवम्बर को कोलम्बो में सम्पन्न हुआ। इसका शुभारम्भ धन्यवादी ख्रीस्तयाग से किया गया जिसका अनुष्ठान कैंडी के धर्माध्यक्ष एवं कारितास के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष विनय फेरनान्दो ने की।

ग़रीबों, हाशिये पर जीवन यापन करने वालों एवं दुर्बलों की सेवा की जयन्ती मनाने हेतु आने वाले महीनों में कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है।

न्याय, शांति एवं मानव विकास हेतु राष्ट्रीय आयोग के केंद्र की स्थापना कर काथलिक करीतास ने अपने कार्यों का विस्तार किया। आज इनके कार्यालय 13 धर्मप्रांतों में स्थापित हैं जो देश के करीब हर जिले को समेटता है।

पालिथा जो एक बौद्ध धर्मावलम्बी है और जिसने करीतास के वाहन चालक के रूप में काम किया है उसने भी समारोह में भाग लिया था तथा एशियान्यूज को बतलाया कि धन्यवाद ज्ञापन के ख्रीस्तयाग में भाग लेना, उसके लिए गर्व की बात थी।

त्रिंकोमाली स्थित कारीतास कार्यालय के सह-संयोजक सेंथाल सुरी कुमारी ने कहा, ″एक समाज सेवक के रूप में मैं कारितास के लिए सेवा देने में गर्व महसूस करती हूँ। मैंने 16 सालों तक धर्मप्रांत को सेवा दी है। मैं कारितास के मिशन एवं दर्शन को पसंद करती हूँ क्योंकि इसमें बौद्ध, ख्रीस्तीय, हिन्दू अथवा मुसलमानों के बीच किसी तरह का भेदभाव नहीं है। कारितास सभी मानव व्यक्तियों की सेवा करता है।″ 

समारोह के दौरान अपने प्रवचन में मोनसिन्योर इमानवेल फेरनांदो ने कारितास के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए उन पलों की भी याद की, जब उसने युद्ध, प्राकृतिक आपदा एवं गरीबी के शिकार लोगों की सहायता की। उन्होंने कहा कि यह सबसे बढ़कर प्रेम के सदगुण पर आधारित है।

उन्होंने गौर किया कि विश्व में काथलिक कलीसिया ने लोगों का साथ हमेशा दिया है। उन्होंने कहा, ″येसु ख्रीस्त पर विश्वास ही इसे विश्व के विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एवं स्थानीय ग़ैरसरकारी संगठनों से अलग रूप में प्रस्तुत करता है।″








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