2017-10-30 16:20:00

भला चरवाहा घावों पर मरहम पट्टी बाँधता है, संत पापा


वाटिकन सिटी, सोमवार, 30 अक्टूबर 2017 (वीआर, रेई) : ″एक भला चरवाहा अपनी भूली भटकी भेड़ों की खोज में जाता है। वह घायल भेड़ों के घावों पर मरहम पट्टी बाँधने में कभी भी शर्म नहीं करता। जो चरवाहे फरीसियों और शास्त्रियों का रास्ता अपनाते हैं वे रुपये और मान-सम्मान के पीछे जाते हैं।″ उक्त बातें संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 30 अक्टूबर को अपने प्रेरितिक निवास संत मार्था के प्रार्थनालय में पवित्र ख्रीस्तयाग के दौरान अपने प्रवचन में कही।

 संत पापा ने संत लूकस रचित सुसमाचार के उस प्रकरण पर टिप्पणी की जहाँ येसु ने दुर्बल स्त्री को चंगा किया था। यह कार्य येसु ने सभागृह के अधिकारी के सामने विश्राम के दिन किया। येसु ने दुर्बल स्त्री को चंगा करने के लिए 5 क्रियाओं का प्रयोग किया। येसु ने उस औरत को देखा, उसे बुलाया, उससे कहा, उसपर हाथ रखा और उसे चंगा किया।

संत पापा ने कहा कि एक भला चरवाहा के रुप में येसु हमेशा उन लोगों के रहते थे जिनपर फरीसियों और धर्मगुरुओं ने कभी ध्यान नहीं दिया था। पापी, गरीब, बीमार और कोढ़ी सभी येसु के पास थे।  भले चरवाहे येसु के पास उन्हें चंगा करने की शक्ति थी। उसने वही किया जो पिता ईश्वर ने हम मनुष्यों के साथ किया। पिता ईश्वर हमारे पास आये। अपनी करुणा और दया का अनुभव कराने के लिए उन्होंने अपने पुत्र को इस दुनिया में भेजा। उन्होंने दास का रुप धारण कर तथा मनुष्यों के समान बनकर अपने को दीन-हीन बना लिया।

संत पापा ने कहा जो चरवाहे रुपये, मान-सम्मान, की चिंता करते हैं वे उन लोगों के साथ रहना पसंद करते हैं जो धनी हैं, समाज में उनका मान-सम्मान है। उन्हें गरीबों की कोई परवाह नहीं है। वे खुद नियम का पालन नहीं करते पर दूसरों से नियम का पालन करवाते हैं। वे भले चरवाहे बनने का ढोंग करते हैं।

संत पापा ने कहा कि एक अच्छा चरवाहा पाना कलीसिया के लिए ईश्वर का वरदान है, जो येसु के समान गरीबों और पापियों के पास जाते, उनके बीच रहते और उनके लिए काम करते हैं।

अपने प्रवचन के अंत में संत पापा ने ईश्वर से भला चरवाहा बनने और येसु के पद चिन्हों पर चलते हुए लोगों की सेवा करने हेतु कृपा मांगी।








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