2017-10-24 15:54:00

नदियों पर जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव पर चिंता


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 24 अक्तूबर 2017 (वीआर अंग्रेजी): संत पापा फ्राँसिस ने एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के लिए प्रेषित संदेश में दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जल स्रोतों पर जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव के बारे चिंता व्यक्त की है।

″जल एवं जलवायु : विश्व की महानदियों पर सम्मेलन″ शीर्षक पर एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन 23 से 25 अक्टूबर तक रोम में आयोजित की गयी है। संत पापा ने सम्मेलन के प्रतिभागियों को दिये अपने संदेश में प्रकृति के मूल्यवान उपहार जल के, भावी मानव पीढ़ी के लिए रक्षा हेतु प्रयासरत लोगों को प्रोत्साहन दिया।

इस अवसर पर संत पापा ने उम्मीद जतायी कि उनका संयुक्त पहल ठोस समाधान की ओर अग्रसर करेगा तथा अधिक एकीकृत दृष्टिकोण पर प्रकाश डालेगा ताकि देखभाल की संस्कृति के विकास एवं प्रचार को बढ़ावा मिल सके।

संत पापा के संदेश को सभा में प्रस्तुत करते हुए वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने कहा, ″खासकर, संत पापा इस बात की उम्मीद करते हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण उन देशों के हमारे भाई-बहनों को समय पर और प्रभावी प्रत्युत्तर मिल सकेगा जो सबसे कमजोर हैं।″  

शिखर सम्मेलन के सभी प्रतिभागियों को सर्वशक्तिमान ईश्वर को अर्पित करते हुए संत पापा ने उनपर तथा आम घर की देखभाल में संलग्न सभी लोगों पर प्रज्ञा एवं दृढ़ता की कृपा की याचना की।

तीन दिवसीय यह सम्मेलन जलवायु, भूमि और समुद्र हेतु इतालवी मंत्रालय की मेजबानी में आयोजित है जो खासकर, यूरोप के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग के साथ मिल कर किया गया है।

इसका उद्देश्य है पूरे विश्व में जल संसाधनों पर बाढ़ और सूखे के प्रभाव का सामना करने हेतु वित्तपोषण परियोजनाओं के लिए सहायता का निर्माण करना।








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