2017-10-06 11:50:00

हिंदू दुकानों से ख़रीदने पर रोकने का झारखंड के पुरोहित पर लगा आरोप


राँची, शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2017 (ऊका समाचार): झारखंड राज्य के एक ईसाई पुरोहित पर अपने समुदाय के सदस्यों को हिंदुओं की दुकानों से माल खरीदने हेतु रोकने का आरोप लगा है किन्तु पुरोहित ने आरोपों का खंडन किया है।  

लातेहार ज़िले की हिंदु महासभा तथा बजरंग दल के कुछ सदस्यों ने सेंट जोसेफ स्कूल के प्रिंसिपल फादर दिलीप एक्का के खिलाफ पुलिस से शिकायत की है। शिकायत में कहा गया कि फादर एक्का ने ख्रीस्तीय समुदाय के लोगों को उक्त दो हिन्दू संगठनों से जुड़ी दूकानों से ख़रीदने के लिये मना किया है।

हालांकि, इन्डियन एक्प्रेस समाचार की रिपोर्ट के अनुसार, फादर एक्का ने पुलिस को एक पत्र अर्पित कर आरोपों का खण्डन किया है।

महुआडाण्ड क्षेत्र में हिंदु महासभा तथा बजरंग दल ने शिकायत दर्ज़ की थी। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में हिन्दुओं से अधिक ख्रीस्तीयों की संख्या है। सन् 2011 के सर्वेक्षण के अनुसार, 44.69 प्रतिशत यहाँ ख्रीस्तीय हैं जबकि हिन्दू केवल 20.79 प्रतिशत हैं।

शिकायत में कहा गया है कि फादर एक्का ने बजरंग दल के पदाधिकारियों एवं हिन्दुओं को परेशान किया था जो आजीविका के लिए अपनी दुकानों पर निर्भर थे तथा आर्थिक बहिष्कार के कारण अब आर्थिक संकट में पड़ गये हैं।

महुआडाण्ड के पुलिस अधीक्षक ओ.पी. तिवारी ने कहा कि वे दोनों पक्षों से बातचीत कर तथ्यों का पता लगायेंगे। अब तक केवल आरोप लगे हैं।

शहर में बजरंग दल के पूर्वाध्यक्ष संदीप कुमार नामक एक शिकायत कर्त्ता ने कहा कि 29 सितम्बर को एक व्यक्ति 23,000 रुपये की ख़रीद करने आया था किन्तु एक ख्रीस्तीय व्यक्ति ने आकर उसे डरा दिया कि यदि वह उसकी दूकान से ख़रीदी करेगा तो उसे 5,000 रुपये का ज़ुर्माना भरना पड़ेगा। अन्य कुछेक दूकानों ने भी आरोप लगाया है कि उनकी दूकानों का बहिष्कार किया जा रहा था।    

इसी बीच, फादर एक्का ने पुलिस को लिखे ख़त में इन आरोपों को सरासर ग़लत एवं मनगढ़न्त बताया है और इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया है कि उनके विरुद्ध धर्मान्तरण की कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने कहा कि दूकानदारों और ख़रीददारों से उनका कोई लेना देना नहीं है। 








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