2017-09-29 11:46:00

पारोलीन ने की ईराकियों के लिये कथित मार्शल योजना की सराहना


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 29 सितम्बर 2017 (रेई,वाटिकन रेडियो): वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने गुरुवार को एक "कथित मार्शल योजना" की सराहना की जिसमें ईराकी ख्रीस्तीयों को उत्तरी इराक के निनेवे मैदान इलाके में अपने घर लौटने के लिए प्रोत्साहन और समर्थन देने की मंशा व्यक्त की गई है।

कार्डिनल ने "पर्याप्त न्यायिक उपकरणों के माध्यम से ईराक में मौजूद ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की उपस्थिति और अधिकारों की सुरक्षा के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वापस अपने घरों को लौटने के लिये ईराकी ख्रीस्तीयों की धार्मिक स्वतंत्रता का पालन किया जाना तथा उनके पक्ष में नागरिकता की अवधारणा को लागू किया जाना नितान्त आवश्यक है।

"एड टू द चर्च इन नीड" जर्मनी की काथलिक कल्याणकारी संस्था द्वारा रोम में आयोजित एक सम्मेलन में कार्डिनल पारोलीन ने यह बात कही। 

कार्डिनल पारोलीन ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि हाल के वर्षों के संघर्ष और तनाव केवल ईसाइयों के अस्तित्व के लिए ही नहीं, बल्कि इसकी संभावना के लिए भी एक ख़तरा बन गये हैं कि मध्य पूर्व विभिन्न धार्मिक और जातीय समूहों के लोगों के बीच सह-अस्तित्व का स्थान हो सकता है।"

उन्होंने कहा, "इसीलिये परमधर्मपीठ इस तथ्य की पुनर्पुष्टि करती है कि पर्याप्त न्यायिक उपकरणों के माध्यम से ख्रीस्तीयों की उपस्थिति और अधिकारों की सुरक्षा के महत्व पर बल दिया जाये। विस्थापित व्यक्तियों और शरणार्थियों को पर्याप्त सुरक्षा परिस्थितियों में वापस जाने का अधिकार दिया जाये, धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति सम्मान तथा सबसे अधिक महत्वपूर्ण, नागरिकता की अवधारणा को लागू किया जाये जो अधिकारों और दायित्वों की समानता पर ज़ोर देता है।"

इसी तरह, उन्होंने कहा, "आतंकवाद के मूल कारणों को संबोधित करना तथा अन्तरधार्मिक वार्ता, विभिन्न समूहों के बीच सम्वाद, परस्पर समझदारी एवं शिक्षा को प्रोत्साहन दिये जाने की नितान्त  आवश्यकता है।"

मध्यपूर्व के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में कार्यरत कल्याणकारी संस्थाओं का उन्होंने आभार व्यक्त किया और कहा कि लोगों के पुनर्वास एवं उनकी मान-मर्यादा को वापस लौटाने के लिये किये गये सभी कार्यों को सार्वभौमिक कलीसिया समर्थन देती है।








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