2017-09-27 16:53:00

पाकिस्तान - आसिया बीबी सखारोव पुरस्कार 2017 के लिए मनोनीत


लाहौर, बुधवार,27 सितम्बर 2017 (फीदेस) : ईशनिंदा के आरोप में 2009 से जेल में कैद पाकिस्तानी ईसाई महिला आसिया बीबी को यूरोपीय संघ द्वारा प्रतिष्ठित "विचारों की स्वतंत्रता के लिए सखारोव पुरस्कार" उच्च-स्तरीय पुरस्कार संस्करण 2017 के लिए चुनाव किया गया है। यह पुरस्कार यूरोपीय संघ की संसद द्वारा की गई एक पहल है जिसमें मौलिक मानवाधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले व्यक्तियों या समूहों को सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष पुरस्कार से सम्मानित किये जाने वे अन्य सदस्यों के नाम हैं, ग्वाटेमाला की मानवाधिकार अभियान प्रचारक औरा लोलिता चावेज़ इक्साकिक, तुर्की में कुर्दिश पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उपराष्ट्रपति सेलाहटिन डेमर्टस और फिगेन युकसेद्दाग, वेनेजुएला में लोकतांत्रिक विरोध का प्रतिनिधित्व करने वाले समूह और कुछ व्यक्ति विशेष,  दावित ईसाक एक स्वीडेन-इरीत्रियन नाटककार जिसे इरित्रिया अधिकारियों ने 2001 में गिरफ्तार किया था और एक बुरुंडी की मानवाधिकार कार्यकर्ता प्यिरेर क्लेवर मुबनोस्पा।

यूरोपीय संसद में यूरोपीय परंपरावादी और सुधारवादी समूह का सदस्य पीटर वान डेलन ने यह कहते हुए आसिया बीबी का नाम प्रस्तावित किया कि "एशिया बीबी का मामला उन लोगों के लिए प्रतीकात्मक महत्व का है, जिन्होंने केवल धर्म की स्वतंत्रता व्यक्त करने के लिए दुःख सहन किया है। उस में हम पूरे ख्रीस्तीय समुदाय की स्थिति को देखते हैं। जब उनके मूलभूत मानवाधिकारों की बात आती है तो उनका मामला दुर्भाग्य से सभी अल्पसंख्यकों की असुरक्षा का संकेत है।" अगर वे विचारों की स्वतंत्रता के लिए सखारोव पुरस्कार" से सम्मानित की जाती हैं तो उन्हें पाँच लाख यूरो मिलेगा। फिर भी रुपये से अधिक, पाकिस्तान में धर्म की स्वतंत्रता की मान्यता दांव पर है। "

विदित हो आसिया बीबी को 2010 में पैगबंर मोहम्मद का अपमान करने के आरोप में हाईकोर्ट ने मौत की सज़ा सुनाई थी। 2009 में एक महिला के साथ झगड़े के दौरान उनपर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था, जिसका आसिया बीबी ने खंडन किया था। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने आसिया बीबी की मौत की सज़ा निलंबित कर दी थी और उन्हें अपील करने की छूट दी थी।








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