कराची, शुक्रवार, 15 सितम्बर 2017(ऊका समाचार): पाकिस्तान के काथलिक धर्माध्यक्षों ने म्यानमार की वास्तविक नेता आऊन सान सूकी से अल्पसंख्यक रोहिन्गिया मुस्लिमों की रक्षा का निवेदन किया है।
संयुक्त राष्ट्र के नवीनतम अनुमान बताते हैं कि पिछले दो सप्ताहों के दौरान 370,000 रोहंगिया मुसलमान बंगलादेश से भाग गये हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार भागनेवालों में अधिकांश लोग शरणार्थी, कमजोर महिलाएँ, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताएँ और साथ ही बच्चे एवं बुजुर्ग शामिल हैं।
मीडिया को दिये एक वकतव्य में पाकिस्तान के काथलिक धर्माध्यक्षों ने म्यानमार में अल्पसंख्यक रोहिन्गिया मुसलमानों के उत्पीड़न की कड़ी निन्दा की है।
उन्होंने इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि सन्त पापा फ्राँसिस ने 27 अगस्त की देवदूत प्रार्थना के अवसर पर कहा था कि वे रोहिन्गिया मुसलमानों के उत्पीड़न का समाचार पाकर अत्यन्त दुःखी थे। सन्त पापा ने म्यानमार के अधिकारियों से अपील की है कि वे रोहिन्गिया मुसलमानों के अधिकारों का सम्मान करते हुए उन्हें पूर्ण नागरिकता प्रदान करें।
पाकिस्तानी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष एवं कराची के महाधर्माध्यक्ष जोसफ कूट्स तथा फ़ैसलाबाद के धर्माध्यक्ष जोसफ अरशद ने रोहिन्गिया मुसलमानों पर हमलों की कड़ी निन्दा की तथा म्यानमार की नेता आऊन सान सूकी से अपील की कि वे अपने देश में रोहिन्गिया मुसलमानों को उनके अधिकार दिलवायें।
धर्माध्यक्षों के वकतव्य में कहा गया कि पाकिस्तान का काथलिक समुदाय रोहिन्गिया मुसलमानों के साथ है तथा उनकी सुरक्षा एवं कल्याण के लिये अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देता है।
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