2017-09-12 16:50:00

कार्डिनल परिषद के प्रमुख कार्य


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 12 सितम्बर 2017 (वीआर अंग्रेजी): काथलिक कार्डिनलों की परिषद जिसे सी-9 भी कहा जाता है इसकी 29वीं सभा वाटिकन में 11-13 सितम्बर को होगी। इस परिषद की स्थापना संत पापा ने 28 सितम्बर 2013 को विश्वव्यापी कलीसिया के नेतृत्व में संत पापा की मदद करने एवं रोमी धर्माध्यक्षीय कार्यालय के नियंत्रित के लिए प्रेरितिक संविधान ‘पास्तोर बोनुस’ के अध्ययन के लिए किया है।

कार्डिनल परिषद में वाटिकन एवं विश्व के अन्य हिस्सों से कुल नौ सदस्य हैं। इस परिषद में एक सचिव भी है जिनका नाम है धर्माध्यक्ष मारचेल्लो सेमेरारो। उन्होंने वाटिकन रेडियो के साथ बातचीत में कार्डिनल परिषद के कार्यों की चर्चा की। उन्होंने उनके कार्यों को तीन शब्दों में प्रस्तुत किया, ″सुनना, चिंतन करना एवं जाँच करना।

उन्होंने कहा, ″परिषद कलीसिया के योगदान को सुनते हैं, उस पर चिंतन करते एवं उसे विस्तार से देखते एवं आगे बढ़ने का उत्तम तरीका बतलाते हैं। तब वे संत पापा के पास अपना प्रस्ताव रखते हैं। धर्माध्यक्ष सेमेरारो ने कहा कि परिषद की भूमिका निर्णय करने की अपेक्षा सलाहात्मक है।   

उन्होंने कहा कि परिषद सिनॉड के ढाँचे में है और इस विचार से कार्डिनल संत पापा और स्थानीय कलीसिया दोनों की सेवा कर रहे हैं। संत पापा ने उन्हें चुना है ताकि वे स्थानीय कलीसिया की परिस्थितियों को भी समझ सकें।

संत पापा स्वयं कार्डिनल परिषद के कार्यों में भाग लेते हैं क्योंकि वे परिषद की सभा में हिस्सा लेते हैं। उन्होंने कहा कि परिषद को सुनने के द्वारा इसमें उपस्थित हैं हालांकि वे इसके लिए बड़े विवेक से काम लेते हैं। धर्माध्यक्ष के अनुसार कूरिया में सुधार का कार्य परिषद के कार्य का एक पक्ष है। इसका मुख्य कार्य है संत पापा को सहयोग देना, उन्हें सलाह देना एवं उनके पास प्रस्ताव रखना। 








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