2017-09-08 12:34:00

लातीनी विश्वासियों की रानी मरियम के प्रति श्रद्धा, युवाओं को सम्बोधन


बोगोटा, शुक्रवार, 08 सितम्बर 2017 (रेई, वाटिकन रेडियो): लातीनी अमरीका के कोलोम्बिया राष्ट्र में अपनी पाँच दिवसिय प्रेरितिक यात्रा के प्रथम दिन, गुरुवार, सात सितम्बर को सन्त पापा फ्राँसिस ने कोलोम्बिया के राजनीतिज्ञों एवं नागरिकों सहित क्रान्तिकारी लड़ाका दल "फ्रार्क" के विद्रोहियों को भी प्रोत्साहन दिया कि वे शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिये "पहला कदम उठायें। इस आह्वान के साथ विश्व्यापी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु ने लातीनी अमरीका के कोलोम्बिया में अपनी प्रेरितिक यात्रा आरम्भ की जो इटली से बाहर उनकी 20 वीं प्रेरितिक यात्रा है। सन्त पापा फ्राँसिस इस समय कोलोबिया की पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पर हैं। 50 वर्षों के सशस्त्र संघर्ष के गहरे घावों से जूझते लातीनी अमरीका के इस देश में विभाजनों को दूर कर पुलों के निर्माण में मदद देना सन्त पापा की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है। कोलोम्बिया के बोगोटा, विलाविचेन्सियो, मेडेलिन एवं कारतेन्या शहरों में अपना सन्देश प्रदान कर, सोमवार 11 सितम्बर को सन्त पापा पुनः रोम लौटेंगे।

कोलोम्बिया के राजनीतिज्ञों एवं नागर समाज के प्रतिनिधियों को अपना सन्देश देने के उपरान्त गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने बोगोटा के काथलिक महागिरजाघर में माँ मरियम की तस्वीर के समक्ष श्रद्धार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने महागिरजाघर के अतिथि ग्रन्थ में लिखाः "शांति के साक्षी रूप में मैं यहाँ आया हूँ, उस शांति के साक्षी रूप में जिसे ईश्वर कोलोम्बिया के लिये चाहते हैं और जो केवल सबके एकजुट प्रयास से सम्भव हो सकती है।" 

बोगोटा महागिरजाघर के प्राँगण "प्लाज़ा बोलिवर" में लाल, पीले एवं नीले रंग के कोलोम्बिया ध्वज फहराते और "फ्राँसिसकुस" के जयनारे लगाते हज़ारों युवाओं ने सन्त पापा का अपने बीच हार्दिक अभिनन्दन किया। आयोजकों के अनुसार, प्लाज़ा में लगभग 22,000 युवा उपस्थित थे। इस अवसर पर सन्त पापा ने "आत्मा को प्रताड़ित करनेवाली" पुरानी नाराज़गी के परे जाने की युवाओं में निहित की क्षमता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोलोम्बिया के युवाओं को उस यौवन भरी आशा के वाहक बनना होगा जो एक और मौका देने के लिये सदैव तत्पर रहती है।








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