2017-09-07 12:00:00

कोलोम्बिया में सन्त पापा फ्राँसिस का भावपूर्ण स्वागत


बोगोटा, गुरुवार, 07 सितम्बर 2017 (रेई, वाटिकन रेडियो): लातीनी अमरीका के कोलोम्बिया राष्ट्र में बुधवार को संगीत के सुरों एवं प्रतीकों से परिपूर्ण सन्त पापा फ्राँसिस का हार्दिक स्वागत किया गया। इस समय विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस कोलोबिया की पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पर हैं। 50 वर्षों के सशस्त्र संघर्ष के गहरे घावों से जूझते लातीनी अमरीका के इस देश में विभाजनों को दूर कर पुलों के निर्माण में मदद देना सन्त पापा फ्राँसिस की प्रेरितिक यात्रा का मुख्य उद्देश्य है। रोम से बोगोटा तक की हवाई यात्रा के लिये बुधवार, 06 सितम्बर को रवाना हुए सन्त पापा फ्राँसिस के विमान को अमरीका के कई हिस्सों में आये इर्मा तूफान के कारण रास्ता बदलना पड़ा किन्तु इसके बावजूद विमान निर्धारित समय से लगभग 20 मिनट पहले ही बोगोटा हवाई अड्डे पहुँच गया।   

सन् 2013 में सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष रूप में नियुक्ति के बाद से, इटली से बाहर, सन्त पापा फ्राँसिस की यह 20 वीं तथा दक्षिण अमरीका में पाँचवी यात्रा है। 06 सितम्बर को आरम्भ यह प्रेरितिक यात्रा 10 सितम्बर तक जारी रहेगी जिसके दौरान सन्त पापा फ्राँसिस कोलोम्बिया की राजधानी बोगोटा के अतिरिक्त विलाविचेन्सियो, मेडेलिन एवं कारतेन्या शहरों दौरा करेंगे।

बुधवार को कोलोम्बियाई समयानुसार अपराह्न चार बजे सन्त पापा फ्राँसिस बोगोटा हवाई अड्डे पधारे जहाँ राष्ट्रपति हुवान मनुएल सान्तोस सहित अनेक वरिष्ठ सरकारी एवं कलीसियाई अधिकारियों ने उनका हार्दिक स्वागत किया। हवाई अड्डे के ओर-छोर अपने खास मेहमान की एक झलक पाने को आतुर कोलोम्बिया के सैकड़ों लोग उपस्थित थे। हवाई अड्डे पर हालांकि किसी प्रकार का कार्यक्रम तय नहीं था तथापि, सन्त पापा ने यहाँ कई रोगी तथा विकलांग बच्चों से  स्नेहपूर्ण मुलाकात की। इसी अवसर पर उन्होंने गृहयुद्ध में विकलांग हुए कई सैनिकों को भी अपना आशीर्वाद दिया। बोगोटा के हवाई अड्डे से शहर स्थित परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूतावास तक 15 किलोमीटर वाले मार्ग के ओर-छोर राष्ट्रीय ध्वज फहराते, जयनारे लगाते तथा करतल ध्वनि से सन्त पापा का स्वागत करते विशाल संख्या में सामान्य लोग उपस्थित थे। प्रेरितिक राजदूतावास के प्राँगण में कलीसिया के परमाध्यक्ष के स्वागत हेतु घण्टों से प्रतीक्षारत लोगों को भी सन्त पापा फ्राँसिस ने आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर अनाथ एवं निराश्रित किशोरों का एक दल भी उपस्थित था जिन्हें आशीष देते हुए सन्त पापा ने कहा, "हर्ष और उल्लास कदापि न खोयें, कभी आशा का परित्याग न करें और मेरे लिये प्रार्थना करना न भूलें।" 

दक्षिण अमरीका के उत्तरी-पूर्वी क्षेत्र स्थित कोलोम्बिया पनामा, वेन्ज़्यूएला, ब्राज़ील, एक्वाडोर एवं पेरु से घिरा राष्ट्र है। चार करोड़ नब्बे लाख की कुल आबादी के साथ कोलोम्बिया, ब्राज़ील एवं मेक्सिको के बाद लातीनी अमरीका का तीसरा सर्वाधिक आबादी वाला देश है। मेक्सिको एवं  संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद यह विश्व का तीसरा स्पानी भाषी राष्ट्र है। 99 प्रतिशत जनता स्पानी भाषी है। धर्म की यदि बात करें तो चार करोड़ नब्बे लाख की कुल आबादी में 99 प्रतिशत लोग ख्रीस्तीय धर्मानुयायी हैं जिनमें लगभग 77 प्रतिशत काथलिक लोग हैं शेष विभिन्न प्रॉटेस्टेन्ट सम्प्रदायों के अनुयायी हैं। लगभग एक प्रतिशत जनता स्वतः को नास्तिक घोषित करती है। 








All the contents on this site are copyrighted ©.