2017-09-02 17:06:00

ऊर्जा संसाधनों के सावधानी पूर्वक प्रयोग हेतु गंभीर चिंतन आवश्यक


वाटिकन सिटी, शनिवार, 2 सितम्बर 2017 (रेई): संत पापा फ्राँसिस ने काजाखिस्तान के अस्ताना में आयोजित एक्सपो 2017 में, परमधर्मपीठ को समर्पित राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर एक संदेश प्रेषित कर ऊर्जा संसाधनों के सावधानी पूर्वक प्रयोग की सलाह दी।

एक्सपो 2017 की विषयवस्तु है, ″भावी ऊर्जा।″ 

अस्ताना एक्सपो में प्रस्तुत किये जाने हेतु अपने मंडप में वाटिकन ने ″सार्वजनिक हित हेतु ऊर्जा, हमारे आम घर की देखभाल″ विषयवस्तु को चुना है।

परमधर्मपीठ को समर्पित राष्ट्रीय दिवस को मनाने के लिए संत पापा ने अपने संदेश में इस बात पर जोर दिया कि सभी को गंभीर एवं दायित्वपूर्ण चिंतन आवश्यक है ताकि मानव, आने वाले वर्षों में नई तरह की तकनीकी की खोज कर सकें जिसके द्वारा ऊर्जा के संसाधनों का बुद्धिमतापूर्ण तरीके से प्रयोग किया जा सके जो कि सार्वजनिक धरोहर है।  

उन्होंने संदेश में कहा है कि अभी ही ठोस कदम लिए जाने की आवश्यकता है जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऊर्जा का उपयोग हमारे जीवन तथा हमारे मानवीय परिवार के विकास के लिए हो क्योंकि हम स्वभाव से ही फलप्रद विचार-विमर्श, एकात्मता एवं प्रेम के लिए बुलाये गये हैं। 

संत पापा ने संदेश में उन बातों को भी रेखांकित किया है कि ऊर्जा संसाधन हमारे लिए बेईमान वित्तीय आकलन या तनाव का कारण न बने, बल्कि यह धर्मों के बीच सहयोग तथा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में खुली वार्ता हेतु प्रोत्साहित करे।

उन्होंने कहा कि जिस तरह हम ऊर्जा संसाधनों का उपयोग करते हैं वह एक चिन्ह है कि हम किस तरह उस कर्तव्य को आगे ले चलते हैं जिसके तहत कई धार्मिक परम्पराओं ने ईश्वर के द्वारा हमें प्रदान किया है खासकर, हमारे आसपास पृथ्वी की देखभाल एवं हमारे पड़ोसियों की मदद करने में।

संत पापा ने कहा, ″यदि हमारी पीढ़ी तथा ऊर्जा का प्रयोग सतत् तथा एकात्मता के आधार पर है तो हम अपने कर्तव्य को अच्छी तरह निभा रहे हैं, अन्यथा, हम उसे नहीं निभा रहे हैं। इस तरह हम अपनी गरिमा को दाँव पर लगा रहे हैं, यानी न्याय एवं शांति दाँव पर है।″  








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