2017-08-22 15:26:00

केरल में एक क्रूस ध्वस्त, प्रतिनिधिमंडल ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात


तिरुवनंतपुरम, मंगलवार, 22 अगस्त 2017 (ऊकान): केरल के विठुरा में बोनाकोड स्थित जंगल इलाके के एक तीर्थस्थल पर स्थापित क्रूस के ध्वस्त किये जाने पर करीब 1500 काथलिकों ने 20 अगस्त को विरोध प्रदर्शन किया।

दक्षिण भारत स्थित नेय्याट्टिक्कारा धर्मप्रांत के बोनाकोड काथलिक गिरजाघर में एक क्रूस 18 अगस्त की रात कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया है।

वन विभाग क्रूस के ध्वस्त किये जाने के कारणों का पता लगा रही है। अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शनकारियों को रोका, जिन्होंने रविवार को मौके पर प्रार्थना करने की कोशिश की। हालांकि, तहसीलदार के हस्तक्षेप के बाद, वन अधिकारियों ने लोगों को छोटे-छोटे दलों में वहाँ प्रवेश करने की अनुमति दी।

धर्मप्रांत के प्रतिधर्माध्यक्ष फा. ख्रीस्तूदास ने कहा कि जब तक वहाँ एक दूसरा नया क्रूस स्थापित नहीं हो जाता आंदोलन जारी रहेगा। 

बाद में, नेय्याट्टिक्कारा धर्मप्रांत के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पंतराय विजयन से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जिन्होंने क्रूस को ध्वस्त किया है उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा तथा क्रूस की पुनः स्थापना को अनुकूलित माना जाएगा।

प्रतिनिधि मंडल ने कथित तौर पर पुरोहितों पर जंगल क्षेत्र में अतिक्रमण के आरोप को भी वापस लेने की मांग की। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की अपील की ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न दोहरायी जाए।

नेय्याट्टिक्कारा धर्मप्रांत के अनुसार पहाड़ के ऊपर 60 वर्षों पहले एक लकड़ी का क्रूस स्थापित किया गया था जबकि उसी स्थान पर एक साल पहले एक सीमेंट का क्रूस स्थापित किया गया जिसको अब ध्वस्त कर दिया गया है।

न्यू इंडिया एक्सप्रेस के अनुसार हाल ही में विश्वासियों ने तीर्थस्थल के रास्ते पर नये क्रूसों को स्थापित करने की कोशिश की थी और इस क्रम में उन्हें बीजेपी के एक दल द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा था।








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