2017-08-21 16:04:00

मेथोडिस्ट एवं वलदेसियन कलीसियाओं को संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी, सोमवार, 21 अगस्त 2017 (रेई): संत पापा फ्राँसिस ने इटली में 20–25 अगस्त तक मेथोडिस्ट एवं वलदेसियन कलीसियाओं की वार्षिक सिनॉड हेतु संदेश भेजा, जहाँ 180 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

सिनॉड में कई विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा, खासकर, विस्थापितों, उनके स्वागत, एकीकरण तथा ख्रीस्तीय एकतावर्धक वार्ता का समाज के प्रति समर्पण आदि विषयों पर, जिनमें गम्भीर मुद्दे होंगे जीवन का अंत, हिंसा में बढ़ते विश्व में सुसमाचार प्रचार की चुनौतियाँ, विविधता के प्रति अक्कड़पन एवं उदारता में कमी, परिवारों की आर्थिक स्थिति, अंतरराष्ट्रीय संबंध आदि।

संत पापा ने संदेश में लिखा, ″आपके वार्षिक सिनॉड के उद्घाटन पर, मैं काथलिक कलीसिया एवं अपनी ओर से सामीप्य व्यक्त करना चाहता हूँ। आप सभी का भाई-बहनों के रूप में अभिवादन करता तथा इसी सौहार्द के साथ अपनी प्रार्थना का आश्वासन देता हूँ।″

संत पापा ने पत्र में तूरिन एवं रोम में तथा अर्जेंटीना में हुई मुलाकातों की याद की। उन्होंने कहा, ″मैंनें वहाँ जो अच्छा अनुभव पाया और कई अन्य बातें हैं जिन्हें मैं नहीं भूल सकता उनके लिए मैं कृतज्ञ हूँ। मैं आशा करता हूँ कि इन दिनों के बात-विचार एवं चिंतन जो सुधार की 500वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित है हम ख्रीस्त के सामने खड़े होने के आनन्द से प्रेरित हों। उनकी दृष्टि जो हममें है हमारे शांति का स्रोत है क्योंकि यह हमें पिता द्वारा प्रेम किये जाने का एहसास दिलाता है तथा दूसरों को, विश्व एवं इतिहास को नये तरीके से देखने का प्रोत्साहन देता है।

येसु की उपस्थिति हमारे संबंधों को प्रकाशित करता है क्योंकि वे न केवल औपचारिक और सही हैं बल्कि भाईचारा पूर्ण एवं सजीव भी। भला चरवाहा चाहते हैं कि हम एक साथ आगे बढ़ें। उनकी दृष्टि अपने सभी शिष्यों का आलिंगन करता, जिन्हें वे पूर्ण एकता में देखना चाहते हैं।

संत पापा ने कहा कि जब हम पूर्ण एकता में आशा के साथ चलेंगे तभी हम ईश्वर की उपस्थिति को पहचान सकेंगे जो बुराई से अधिक शक्तिशाली हैं। यह अत्यन्त महत्वपूर्ण है, खासकर, आज ऐसी दुनिया में जहाँ हिंसा और डर समाया हुआ है, आँसू और उदासी है और जहाँ स्वार्थ है जिसको केवल स्वागत, साक्षा और प्रेम की सुन्दरता द्वारा धूमिल किया जा सकता है। संत पापा ने दुनियावी तर्क से कलीसिया के तर्क का अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि हमारा ख्रीस्तीय साक्ष्य दुनिया तर्क को रास्ता नहीं दे सकता, अतः हम एक साथ ख्रीस्त के तर्क का चुनाव करने हेतु सहयोग करें। उन्होंने पुनः सभी को भ्रातृ स्नेह से अभिवादन किया।








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