2017-08-11 12:11:00

सन्त पापा फ्राँसिस ने दिया सुखमृत्यु रोकने का आदेश


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 11 अगस्त 2017 (रेई): सन्त पापा फ्राँसिस ने बैलजियम के चेरिटी ब्रद्रर्स नामक धर्मसंघ को आदेश दिया है कि वह अपने मनश्चिकित्सीय अस्पताल में सुखमृत्यु के हर प्रयास को रोकें।

परमधर्मपीठीय प्रेस ने इस बात की पुष्टि की कि सन्त पापा फ्राँसिस ने अगस्त माह के आरम्भ में धर्मसंघ को प्रेषित पत्र को अपना अनुमोदन दिया है। इस पत्र में उक्त धर्मसंघ को अन्तिमेत्तम दिया गया था कि अगस्त माह के अन्त तक वह अपने समस्त 15 मनश्चिकित्सीय केन्द्रों में सुखमृत्यु पर रोक लगाये।

सुखमृत्यु बैलजियम में वैध है और इसी आधार पर बैलजियम के चेरिटी ब्रद्रर्स नामक धर्मसंघ ने मई माह में घोषणा की थी कि वह अपने मनश्चिकित्सीय अस्पतालों में डॉक्टरों को सुखमृत्यु प्रदान करने की अनुमति देगा।  

धर्मसंघ ने हालांकि यह भी कहा था कि सुखमृत्यु उन्हीं मरीज़ों को दी जायेगी जिनका किसी प्रकार से उपचार सम्भव नहीं था।

सन्त पापा फ्राँसिस ने बैलजियम के चेरिटी ब्रद्रर्स नामक धर्मसंघ को यह आदेश भी दिया कि अस्पताल बोर्ड में कार्यरत समस्त धर्मसंघी अपने धर्मसंघ अध्यक्ष को एक संयुक्त पत्र लिखकर यह घोषित करें कि वे "सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया की धर्मशिक्षा को पूर्णतया समर्थन देते हैं जिसने सदा से इस तथ्य पर बल दिया है कि मानव जीवन को गर्भ के प्रथम क्षण से लेकर प्राकृतिक मृत्यु तक हर हालत में सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिये।"  

पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जो धर्मसंघी सुखमृत्यु पर रोक लगाने हेतु संयुक्त पत्र पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे उन्हें कलीसियाई कानून के तहत दण्डित किया जायेगा तथा यदि धर्मसंघ आदेश का उल्लंघन कर अपनी नीतियों को नहीं बदलता है तो उसपर वैधानिक कार्रवाही की जाती है तथा उसे कलीसिया से भी बाहर कर दिया जा सकता है। 

धर्मसंघ के प्रवक्ता मथियास डे फ्रीन्ड ने बताया कि वाटिकन का पत्र उन्हें प्राप्त हुआ है कि किन्तु धर्मसंघ ने अब तक इसका कोई उत्तर नहीं दिया है। 








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