2017-07-29 16:36:00

छोटे चार्ली गार्ड की मृत्यु के बाद, संत पापा का ट्वीट


वाटिकन सिटी, शनिवार 29 जुलाई 2017 (रेई) : ग्यारह महीने के ब्रिटिश बच्चे चार्ली गार्ड की मृत्यु शुक्रवार 28 जुलाई शाम को हुई। छोटे चार्ली की मृत्यु की खबर सुनकर संत पापा फ्राँसिस ने ट्वीट प्रेषित कर बच्चे के माता-पिता को अपनी हार्दिक संवेदना प्रकट की।

संदेश में उनहोंने लिखा, ″ छोटे चार्ली को मैं पिता ईश्वर के सुपूर्द करता हूँ और उनके माता-पिता तथा उन सभी के लिए प्रार्थना करता हूँ जो उसे बहुत प्यार करते हैं।″

विदित हो कि 24 जुलाई को अंग्रेजी अस्पताल के अधिकारियों द्वारा चार्ली गार्ड के माता-पिता द्वारा विदेशी उपचार की मांग को स्वीकार नहीं किये जाने के बाद प्रेस कार्यालय के निदेशक, ग्रेग बर्क ने घोषित किया था, कि ″संत पापा फ्राँसिस चार्ली गार्ड और उसके माता-पिता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। विशेष रुप से इतने बड़े दुख की घड़ी में संत पापा उनके दुःख को महसूस करते हैं और वे उन्हें अपना आध्यात्मिक सामीप्य प्रदान करते हैं।″

चार्ली गार्ड की मृत्यु पर वेस्टमिंस्टर के महाधर्माध्यक्ष एवं इंग्लैंड और वेल्स के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के  अध्यक्ष कार्डिनल निकोल्स ने अपने बयान में कहा, ″मैं छोटे चार्ली गार्ड की मृत्यु की खबर सुनकर अत्यंत दुःखी हूँ। मेरी हार्दिक संवेदना चार्ली के माता-पिता के लिए है जिन्होंने बहुत ही प्यार के साथ बच्चे की देखभाल की।″

″मैं उन्हें काथलिक समुदाय और मेरी प्रार्थना का भरोसा दिलाता हूँ। हम प्रार्थना करते हैं कि स्वर्गीय पिता छोटे चार्ली की आत्मा को स्वर्ग राज्य में स्वागत करें और चार्ली के माता पिता, उनके परिवार और मित्रों को हार्दिक सांत्वना प्रदान करें।″

″मैं ग्रेट ऑरमोंड स्ट्रीट अस्पताल के कर्मचारियों को उनकी सहायता और सहानुभूति के लिए धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने इन महीनों में चार्ली की देख-भाल की।

"मैंने हाल ही में अस्पताल का दौरा किया है और मुझे पता है कि इस अस्पताल में हर युवा रोगी की सेवा बड़ी ही कुशलता और आधुनिक संसाधनों के साथ की जाती है। उन्हें भी छोटे चार्ली गार्ड की मृत्यु का दुःख है।″

″ईश्वर उसे अनंत शांति प्रदान करे।″

ग्यारह महीने के चार्ली गार्ड एक दुर्लभ आनुवंशिक स्थिति से पीड़ित थे जिसे मिटोकोन्ड्रियल डिप्लेमेंट सिंड्रोम कहा जाता है, जिसमें मांसपेशियाँ लगातार कमजोर और क्षीण होती जाती हैं। चार्ली अक्टूबर 2016 से ही ग्रेट ऑरमोंड स्ट्रीट अस्पताल के गहन देखभाल में थे।








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