2017-07-28 16:26:00

कार्डिनल पियेत्रो परोलीन की सितम्बर में मास्को यात्रा


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार, 28 जुलाई 2017 (वी आर) वाटिकन राज्य के सचिव कार्डिनल पियेत्रो परोलीन सितम्बर के महीने में मास्को की प्रेरितिक यात्रा करेंगे।

पिछले दो सालों में रूस की उनकी यह यात्रा बेलरुस और उक्रेन के बाद आती है जिसका उद्देश्य वाटिकन का पूर्वी यूरोप के साथ एक प्रगाढ़ संबंध बनाने और वहाँ के ख्रीस्तियों को धर्म में मदद पहुँचाने से संबंधित है।

इतालवी समाचार पत्र “इल सोले भेन्दीक्वत्रो ओरे” को दिये गये एक विशेष साक्षात्कार में वाटिकन राज्य के सचिव ने कहा कि वाटिकन ने पूर्वी यूरोप के ख्रीस्तियों को उनके अंधकारमय के दौर में कभी सहायता की कमी महसूस होने नहीं दी है।

जार निकोलन प्रथम की संत पापा ग्रेगोरियुस 16वें से सन् 1845 में की गई दो मुलाक़ातों और संत पापा पीयूस 9वें की परमधर्माध्यक्षीय अवधि के दौरान दोनों सरकारों के बीच एक समझौते की याद करते हुए उन्होंने कहा कि यह रूस और पोलैण्ड के प्रान्तों में लातीनी धर्माध्यक्षीय खालीपन को भरने में मददगार सिद्ध हुआ।

उन्होंने वाटिकन और रूस के बीच लगातार चले आ रहे संबंध को धैर्य, रचनात्मक और सम्मानजनक वार्ता की संज्ञा दी।    

वर्तमान समय में युद्ध और तनाव की स्थिति देखते हुए शांति व्यवस्था के बारे में उन्होंने कहा,“देश में शांति व्यवस्था और विभिन्न कठिनाई का समाधान करना किसी भी देश की प्राथमिकता होनी चाहिए। हमारे बीच कोई जीतने और कोई हारने वाला न हो और मैं विश्वास करता हूँ कि परमधर्मपीठ ने इस मुद्दे को हमेशा बल दिया है।”   

उन्होंने विश्व में धर्म के नाम हो रहे हिंसक घटनाओं के बारे में कहा कि आज हमें धार्मिक स्वतंत्रता को बनाये रखने की जरूरत है। उन्होंने पर्यावरण की सुरक्षा और देख-रेख के बारे में अमेरीका पर अपनी आशा को व्यक्त करते हुए कहा कि हमें अपने सामान्य घर के रख-रखाव की चिंता करते हुए गरीबी और असमानता को कम करने के आलवे अपने हृदयों को प्रवासियों और शरणार्थियों के लिए भी खोलने की जरूरत है।

“काथलिक कलीसिया की कूटनीति, शांति की कूटनीति है।” इस बात की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह राजनीति, कोई आदर्श या अर्थव्यवस्था के लाभ से प्रभावित नहीं है और यही करण है कि हम स्वतंत्रता पूर्व सभों की भलाई का पथ चुनते और अपने व्यक्तिगत स्वार्थ का परित्याग करते हैं।








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