2017-07-15 16:06:00

कार्डिनल लेओनार्दो सैंर्द्री की उक्रेन प्रेरित यात्रा


उक्रेन, शनिवार, 15 जुलाई 2017 (रेई) पूर्वी कलीसियाई सम्मेलन हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सैंर्द्री ने उक्रेन की अपनी प्रेरितिक यात्रा के चौथे दिन क्रामाटोस्क और स्लोवेनिया के विश्वासियों से मुलाकात की।

उन्होंने दिन की शुरूआत क्रामाटोस्क में लकड़ी के बने संत ऐलिया के गिराजघर में प्रातःकालीन मिस्सा बलिदान से की। अपने छोटे प्रवचन में उन्होंने ईश्वरीय राज्य पर प्रकाश डाला जो मूल्यवान मोती के समान हैं।

मिस्सा बलिदान के उपरान्त कार्डिलन लेओनार्दो ने लातीनी रीति के पुरोहितों से मुलाकात की और जलपान के दौरान उनके प्रेरितिक कार्य, जीवन की घटनाओं और उनके साक्ष्यों से रूबरू हुए। उन्होंने पुरोहितों को उनके समर्पण और सुसमाचार के प्रचार में जीवन का साक्ष्य देने हेतु धन्यवाद दिया। प्रेरिताई कार्य हेतु नियुक्त क्रामाटोस्क के धर्माध्यक्ष गुरेरोती ने कार्डिनल की पूर्वी क्षेत्र की यात्रा विशेष कर उक्रेन की महत्वपूर्ण यात्रा पर जोर देते हुए कहा कि वे हमें संत पापा के प्रेम से भरते हुए पूर्वी रीति की कलीसिया को काथलिक कलीसिया के साथ एकता में पिरोकर रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक सोच रखने हेतु शिक्षित होने की जरूरत है जिससे हम करुणा की मिसाल पेश कर सकें जिसे इन दिनों कार्डिनल लेओनार्दो ने हमारे समक्ष पेश किया है।

कार्डिनल सैंन्द्री ने क्रामातोस्क के कारितास केन्द्र की भेंट की और वहाँ कार्यरत पुरोहितों और लोकधर्मियों को उनके करुणा के कार्य हेतु शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “आप प्रेम, करुणा और सेवा की मूर्ति हैं।”

स्लोवेनिया के एक प्रति निधि मंडल से मुलाकात के दौरान कार्डिनल में विस्थापित महिलाओं से वार्ता की और उनके हृदय के दुःख-दर्द सुनें। अपने संदेश में उन्होंने उनसे कहा कि हमें अपने जीवन में शांति को स्वर्ग से उतारने हेतु प्रतीक्षा नहीं करनी है लेकिन हमें इसे अपने प्रतिदिन के जीवन में छोटी-छोटी चीजों में खोजना है। हमें अपने अधिकारों की रक्षा करनी है लेकिन साथ ही हमें शांति में रहने हेतु एक तरीका खोजना है।








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