2017-07-13 16:12:00

विवाह के पक्ष में कलीसिया की प्रतिबद्धता


वाटिकन रेडियो, गुरुवार, 13 जुलाई 2017 (रेई) माल्टा की संसद ने बुधवार को अपने एक निर्णय के मुताबिक कलीसिया में विवाह और अन्य नियमों की प्रतिबद्धता को दोहराई।

इस कानूनी निर्णय के द्वारा विवाह हमेशा से स्त्री और पुरुष के बीच एक अनन्य बंधन है, जो  संतान उत्पत्ति के प्रति खुला है। विवाह स्त्री और पुरुष के बीच एक ऐसा आदर्श संबंध है जो मानवता के द्वारा सदैव अंगीकृत किया गया जो केवल ख्रीस्तीय वैवाहिक जीवन की दृष्टि नहीं है।

समाज में सामाजिक विवाह के संबंध में एक तटस्थ अवधारण का संलग्न जो समाज में किसी भी दम्पति के लिए खुला है जिसके द्वारा कानून नर और नारी के बीच प्राकृतिक और पारस्परिकता के अंतर को दूर करता है। इस अन्तर के फलस्वरूप परिवार में मानव विज्ञान की जड़ों दूर होती है। इस तरह विविधता को स्वीकार करने के बदले समाज में एकरूपता को लागू करना समाज को दरिद्र बनाता है।

कलीसिया हर मानव का सम्मान करती है क्योंकि वह हर व्यक्ति को सभी ईश्वर के प्रति रुप में देखती है। कलीसिया आशा करती है यह नियम बच्चों के जीवन का हनन न करें। कलीसिया समाज को इस बात हेतु आहृवान करती है कि वह बच्चों को ईश्वर के उपहार स्वरूप देखे जिन्हें दुनिया में जन्म लेने हेतु एक उचित वातावरण की आवश्यकता है जो वे जन्म, बढ़ते और समाज में विकास करते हैं जहाँ प्रेम उनके जीवन का एक महापूर्ण अंग होता है।  

इस सच्चाई संदर्भ में कलीसिया येसु ख्रीस्त के वचनों के द्वारा निर्देशित की जाती है जहाँ विवाह और परिवार में बच्चे समाज के एक महत्वपूर्ण अंग बनते हैं। वह अपने में उन माता-पिता के कार्यों की प्रशंसा करती है जो अपने में एक-दूसरे के प्रति वफादार बने रहते और अपने अद्वितीय जीवन को अपने बच्चों के लिए निछावर कर देते हैं।








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