2017-07-06 15:08:00

बेंगलूरू संत अग्नेस कॉलेज को स्टार का दर्जा


मैंगलूरू, बृहस्पतिवार, 6 जुलाई 17 (ऊकान): कर्नाटक स्थित संत अग्नेस काथलिक कॉलेज को भारत सरकार ने स्टार कॉलेज का सम्मान प्रदान किया। कर्नाटक स्थित इस कॉलेज को 30 जून को सम्मानित किया गया।  

कॉलेज की प्राचार्य सिस्टर एम. जेस्विना ने कहा कि संस्था को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उसके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण पहचान मिली है।

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित काथलिक महिला कॉलेज, संत अग्नेस की स्थापना सन् 1921 ई. में मदर अलोईसिया ने की थी।

कॉलेज को 'स्टार कॉलेज' का दर्जा तभी प्राप्त हुआ है जब कॉलेज ने फरवरी में यूजीसी से उत्कृष्टता हासिल की और मार्च 2017 में राष्ट्रीय आकलन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) के चार चक्र में 'A +' ग्रेड की मान्यता प्राप्त की।

संत अग्नेस कर्नाटक में दूसरा कॉलेज है जिसे स्टार का दर्जा प्राप्त है। कॉलेज ने 2011 में स्टार कॉलेज के तहत आर्थिक अनुदान हेतु आवेदन किया था। उन्होंने 2012 में, इस योजना के माध्यम से भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जूलॉजी और सूक्ष्म जीव विज्ञान के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त की थी।

सिस्टर जेस्विना के अनुसार यह योजना तार्किक सोच के विकास, शिक्षण और शिक्षा में नई खोज और बुनियादी विज्ञानों में स्नातक स्तर पर प्रयोगात्मक कार्यों में निखार लाने के लिए है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को मूल विज्ञान की ओर आकर्षित करना है।

इस योजना की प्रगति रिपोर्ट का अवलोकन हर साल होता है और विशेषज्ञ समिति द्वारा इस योजना के माध्यम से उत्कृष्ट प्रगति करने वाले कॉलेज को सम्मानित किया जाता है। स्टार कॉलेज स्कीम के तहत समर्थित कॉलेजों की समीक्षा करने के लिए सातवीं विशेषज्ञ समिति की बैठक अप्रैल 2017 में जालंधर में हुई थी। विशेषज्ञ समिति ने कॉलेज द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रगति की सराहना की।

अंडर ग्रेजुएट साइंस एजुकेशन में उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए, महाविद्यालय के विज्ञान विभाग को स्टार दर्जा के तहत 1 करोड़ रुपये प्रदान किये गये थे।

विशेषज्ञों की समिति ने देश भर के 27 स्कूलों का अवलोकन किया था जिनमें से मात्र 5 को स्टार सम्मान के लिए चुना गया था।   








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