2017-07-05 16:04:00

काथलिक और सुधारवादी कलीसियाओं के बीच ख्रीस्तीय एकतावर्धक निशान "मील का पत्थर"


विटनबर्ग, बुधवार 5जुलाई 2017 (वीआर अंग्रेजी) : एक और "मील का पत्थर" ख्रीस्तीय एकता वर्धक संबंधों में बुधवार को जर्मनी के विटनबर्ग शहर में काथलिकों और सुधारवादी कलीसियाओं के बीच पवित्रीकरण के सिद्धांत के संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किया गया।

जर्मनी के विटनबर्ग में 27 जून से 7 जुलाई तक विश्व संयुक्त सुधारवादी कलीसियाओं की महासभा का आयोजन किया गया है। इस महासभा में विश्व के 100 से भी अधिक देशों से विश्व संयुक्त सुधारवादी कलीसियाओं के प्रतिनिधि भाग लेने हेतु जमा हुए हैं। 5 जुलाई को एक प्रार्थना सभा के दौरान पवित्रीकरण के सिद्धांत के संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किया गया। काथलिकों की ओर से ख्रीस्तीय एकता को प्रोत्साहन देने वाले परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष ब्रायन फार्रेल ने संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किया।

सन् 1999 में काथलिक कलीसिया और लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन के बीच पवित्रीकरण के सिद्धांत के संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए थे तथा सन् 2006 विश्व मेथोडिस्ट परिषद ने दस्तावेज़ को स्वीकार किया।

काथलिक कलीसिया के अधिकारियों और सुधारवादी कलीसियाओं के बीच सोलहवीं सदी में विश्वास के महत्वपूर्ण मुद्दे पर फैले असहमति पर वशीभूत किया गया। काथलिक और प्रोटेस्टेंट कलीसियाओं के बीच आध्यात्मिक और कलीसियाई एकता को संभव बनाने का प्रयास किया गया है।

वाटिकन का प्रतिनिधित्व ख्रीस्तीय एकता को प्रोत्साहन देने वाले परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष ब्रायन फार्रेल और उसी विभाग के पश्चिमी धारा के अधिकारी फादर एवलीनो गोंज़ालेज़ ने किया।








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