वाटिकन सिटी, सोमवार, 26 जून 2017 (रेई) : संत पापा ने रविवार को विलनियुस में सोवियत युग के पहले शहीद के धन्य घोषणा की याद करते हुए लिथुआनिया के सभी काथलिकों का अपना अभिवादन भेजा।
″आज विलनियुस में धर्माध्यक्ष तेओफिलुस मातुलिओनिस धन्य घोषित किये जाएंगे सन् 1962 में करीब 90 वर्ष की उम्र में विश्वास के प्रति नफरत की वजह से उनकी हत्या कर दी गई थी। मानवीय गरिमा के लिए आवाज उठाने वाले और विश्वास की साहसपूर्वक साक्षी देने वाले के लिए आइये हम ईश्वर को धन्यवाद दें। आइये हम तालियों के साथ उन्हें और संपूर्ण लिथुआनिया के लोगों को सम्मानित करें।″
उक्त बातें संत पापा ने रविवार 25 जून को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में जमा हुए हजारों तीर्थयात्रियों और विश्वासियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के उपरांत कही।
सोवियत युग में कम्युनिस्ट शासन के समय धर्माध्यक्ष तेओफिलुस ने पुरोहित और धर्माध्यक्ष के रुप में अपने विश्वास को बनाये रखने के लिए अनेक कठिनाईयों का सामना किया। उसका अधिकांश समय कारावास में बीता। संत पापा फ्राँसिस ने 16 दिसम्बर 2016 को उन्हें शहीद घोषित कर धन्य घोषणा हेतु मार्ग तैयार कर दिया।
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