2017-06-08 15:59:00

श्रीलंका के बाढ़ पीड़ितों की सहायता में काथलिक समुदाय


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 8 जून 2017 (वीआर अंग्रेजी): श्रीलंका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने काथलिक समुदाय से अपील की है कि वे देश में विनाशकारी चक्रवात से उत्पन्न बाढ़ एवं भूस्खलन से प्रभावित हज़ारों लोगों की मदद करना जारी रखें।

श्रीलंका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष विंस्टोन फेरनान्दो द्वारा 1 जून को जारी वक्तव्य में मानवीय सहायता हेतु ‘एकात्मता जारी’ रखने की अपील की गयी है। उसमें कहा गया है कि काथलिक कारितास, सरकारी एजेंसी तथा समाज के संगठन ″मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए अपने पूर्ण सहयोग का विस्तार″ करें। कोई भी वित्तीय, मानवीय और भौतिक समर्थन उन प्रभावित लोगों के लिए अमूल्य होगा।  जिन्होंने अपने निजी सामान और सम्पति को खो दिया है। ताकि इस मदद द्वारा उन्हें अपने आत्मविश्वास और सामान्य जीवन पर वापस लौटने में सहायता मिल सके।

जानकारी के अनुसार 30 मई को आये चक्रवात से करीब 658,500 लोग बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण 15 विभिन्न जिलों में विस्थापित हैं तथा करीब 68,734 लोग 355 शिविरों में रह रहे हैं।

95 लोग जो लापता थे उन्हें मृत घोषित किया जा चुका है तथा मरने वालों की संख्या लगभग 300 हो गयी है। श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र (डीएमसी) का अनुमान है कि कुल 2,500 घर नष्ट हो चुके हैं और लगभग 15, 900 क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ये संख्याएं बढ़ सकती हैं क्योंकि आने वाले हफ्तों में क्षति आकलन से डेटा संकलित किया जायेगा। 

श्रीलंका के काथलिक करीतास के निदेशक फा. महेन्द्र गुनाथिलेक ने कहा कि वे व्यापक राहत अभियान चला रहे हैं और 60 ट्रक आवश्यक वस्तुओं का वितरित किया गया है। उन्होंने कहा कि उन सभी कारितास केंद्रों ने जो प्रतिकूल मौसम से प्रभावित नहीं हैं सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों रत्नापुरा, गाले और कोलंबो के लिए राहत सामग्री इकट्ठा किया है। गाले सबसे बुरी तरह से प्रभावित है। रिलीफ वेब के अनुसार 142,149 लोग एवं 36,314 परिवार प्रभावित हैं जिन्हें कारितास ने 20,645 पैकेट पकाया हुआ एवं 2,614 पैकेट खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया है।








All the contents on this site are copyrighted ©.