2017-06-08 16:35:00

धर्माध्यक्ष की मृत्यु पर हत्या की आशंका


कैमरून, बृहस्पतिवार, 8 जून 17 (मैटर्स इंडिया): कैमरून के धर्माध्यक्ष जाँ मेरी बेनोईट बाला को 31 मई को लापता बताया गया था तथा 1 जून को मृत पाया गया। उनका मृत शरीर नदी से बाहर, अपनी गाड़ी से 10 मील की दूरी पर पाया गया। उनकी गाड़ी में एक चिट्ठी मिली जिसमें लिखा था, ″मैं पानी में हूँ।″ जिसके कारण बहुतों का मानना है कि धर्माध्यक्ष ने आत्म हत्या की है।

बैरैना न्यूज के अनुसार, एक गोपनीय दस्तावेज में प्रकाशित शव परीक्षण के निष्कर्षों में बताया गया है कि जाँच में धर्माध्यक्ष के शरीर पर यातना के चिन्ह मिले हैं। ″सानागा नदी से निकाले गये उनके शरीर में बाहें कड़े एवं पेट पर मुड़े हुए थे जिससे लगता है कि वे पानी पर संघर्ष नहीं कर रहे थे। धर्माध्यक्ष बाला को यातनाएँ दी गयी हैं तथा क्रूरता से मार डाला गया है।″ 

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि फेफड़े में पानी की एक भी बूंद नहीं थी तथा उनके शरीर की स्थिति को देखते हुए अनुमान लगाया गया है कि लाश को पाये जाने के पूर्व यह चार से भी कम घंटे पानी में था।

काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के वेबसाईट पर कहा गया है कि यह कैमरून के लिए दुखद है, और खासकर, हमारे काथलिक कलीसिया के लिए। हमें उन लोगों पर भरोसा है जो देश और कलीसिया की रक्षा में ईश्वर के इस व्यक्ति की मृत्यु के सही कारणों का पता लगाने में मदद कर रहे हैं। 

58 वर्षीय धर्माध्यक्ष 2003 में संत पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा बाफिया के धर्माध्यक्ष नियुक्त किये गये थे। यहाँ का काथलिक समुदाय बहुधा आतंकी समूहों बोको हराम के आक्रमण के शिकार होता रहा है जिसका संबंध इस्लामिक स्टेट से है और जिसने कई पुरोहितों एवं धर्मबहनों का अपहरण कर उनकी हत्या की है।  

स्थानीय कलीसिया के पल्ली पुरोहित फा. रेमी गोमो ने कहा, ″मैं कलीसिया के सभी मित्रों को निमंत्रण देता हूँ कि वे चाहे काथलिक हों अथवा नहीं, शांति, आशा एवं उदारता पर अपनी एकजुटता दिखायें तथा बेकार के निर्णय और बहस से दूर रहें कयोंकि इसके द्वारा शैतान एवं उसके सहयोगियों को अवसर मिलता है। ईश्वर अपनी योजना को प्रकट करेंगे तथा अपनी कृपा हमें प्रदान करेंगे ताकि जनता के अधिकारी इस दुखद घटना के रहस्य की सच्चाई का पता लगा सकें।″  








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