2017-06-03 15:32:00

जलवायु परिवर्तन पर ट्रम्प के निर्णय को अमरीकी धर्माध्यक्षों ने खारिज किया


वाटिकन सिटी, शनिवार, 3 जून 2017 (वीआर अंग्रेजी): अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्षों ने अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के, 2015 पेरिस जलवायु समझौते में ″मैं अमरीका की प्रतिबद्धता का सम्मान नहीं करता हूँ″ कह कर अपने को अलग कर लेने के उनके निर्णय को खारिज कर दिया है।″

वाईट हाऊस से राष्ट्रपति ट्रम्प की घोषणा के तुरन्त बाद जारी एक वक्तव्य में, अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अंतरराष्ट्रीय न्याय एवं शांति विभाग के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष ऑस्कर कैन्टू ने कहा, ″पवित्र धर्मग्रंथ में एकात्मता के साथ सृष्टि एवं एक-दूसरे की देखभाल करने के मूल्य की पुष्टि है″ और" पेरिस समझौता एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है जो इन मूल्यों को बढ़ावा देता है।"

वक्तव्य में कहा गया है कि राष्ट्रपति ट्रम्प का निर्णय अमरीका एवं विश्व के लोगों को हानि पहुँचायेगा, खासकर, गरीब एवं सबसे कमजोर समुदायों को।

यह भी गौर किया गया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का एहसास किया जा चुका है, इसके द्वारा समुद्री जल स्तर बढ़ा है, बर्फ पिघल रहा है, तूफ़ानों में वृद्धि हुई है और कई जगहों पर सूखे की मार झेलनी पड़ रही है।

धर्माध्यक्ष कैन्टु ने कहा कि अमरीका की काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन, संत पापा फ्राँसिस तथा समस्त काथलिक कलीसिया ने पर्यावरण प्रबंधन को प्रोत्साहित करने और जलवायु परिवर्तन शमन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय तंत्र के रूप में पेरिस समझौते को लगातार बरकरार रखी है।

उन्होंने उम्मीद जतायी कि राष्ट्रपति वैश्विक जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने और पर्यावरणीय नेतृत्व को बढ़ावा देने के ठोस तरीके सुझाएंगे।"

पेरिस समझौते के तहत 195 देशों ने संकल्प लिया था कि वे विश्व का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा बढ़ने नहीं देंगे। यह लक्ष्य अब दूर होता नज़र आ रहा है।








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