फातिमा, शनिवार, 13 मई 2017 (वीआर सेदोक) : संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को फातिमा में दिव्य दर्शनों को समर्पित प्रार्थनालय में माता मरियम को प्रार्थना अर्पित की।
उन्होंने माता मरियम से यों प्रार्थना की,
प्रणाम, हे पवित्र रानी,
फातिमा की धन्य कुँवारी,
निष्कलंक हृदय की माता,
हमारी शरण एवं ईश्वर के पास जाने हेतु हमारा मार्ग।
प्रकाश की एक तीर्थयात्री की तरह जो आपके हाथों द्वारा हमारे पास आया,
ईश पिता को हम धन्यवाद देते हैं जो हर समय और हर जगह मानव इतिहास में क्रियाशील है।
शांति के तीर्थयात्री की तरह जिसको आप इस स्थान पर घोषित करते हैं
मैं हमारी शांति, ख्रीस्त की प्रशंसा करता हूँ तथा दुनिया के लिए प्रार्थना करता हूँ जो सब लोगों के बीच विजयी हैं;
आशा के तीर्थयात्री के रूप में जिसे पवित्र आत्मा जागृत करते हैं।
मैं एक नबी तथा संदेशवाहक के रूप में सभी के पैर धोने के लिए आता हूँ,
उसी मेज पर जो हम सभी को एक करता है।
गाना- (गायक दल द्वारा)
संत पापा ने आगे प्रार्थना की-
प्रणाम, हे करुण की माता,
श्वेत वस्त्रधारी नारी!
इस स्थान पर जहाँ सौ सालों पूर्व
आपने ईश्वर की दया के आशय को प्रकट किया
ज्योति के आपके वस्त्र पर मैं दृष्टि डालता हूँ।
तथा एक धर्माध्यक्ष के रूप में श्वेत वस्त्र धारण कर
मैं उन सभी का स्मरण करता हूँ
जो बपतिस्मा के भव्य वस्त्र से सुसज्जित,
ईश्वर में जीना चाहते हैं
तथा शांति प्राप्त करने के लिए ख्रीस्त के रहस्यों की घोषणा करते हैं।
भजन...
संत पापा ने प्रार्थना की-
प्रणाम, हे जीवन एवं मधुरता,
प्रणाम, हे हमारी आशा,
हे तीर्थयात्री कुँवारी, हे विश्व की रानी।
आपके अंतरतम में,
आपके निष्कलंक हृदय में,
आप सभी स्त्री-पुरुषों के आनन्द को संचित रखते हैं।
जब वे स्वर्ग जाने के मार्ग पर यात्रा कर रहे हैं।
आपके अंतरतम में,
आपके निष्कलंक हृदय में,
आप मानव परिवार के दुःखों को रखते हैं
जब वे इस आँसू की घाटी में विलाप करते और रोते हैं।
आपके अंतरतम में,
आपके निष्कलंक हृदय में,
अपने ताज के गहने की चमक के साथ हमें सजाते हैं
और हमें तीर्थयात्री बनाते हैं जैसा कि आप भी एक तीर्थयात्री थीं।
आपकी विशुद्ध मुस्कान,
ख्रीस्त की कलीसिया को हर्षित करती है।
आपकी मधुर दृष्टि,
ईश्वर की संतान की आशा को संबल करती है।
आपके हाथ जो प्रभु से प्रार्थना में उठे हैं,
वे सभी लोगों को एक ही मानव परिवार में लेकर आते हैं।
भजन :
संत पापा की प्रार्थना
हे कृपालु, हे प्रेमी,
हे मधुर कुँवारी मरियम,
फातिमा की रोजरी की रानी
कृपा कर कि हम संत फ्राँसिस एवं संत जसिन्ता के उदाहरणों पर चल सकें।
तथा वे सभी जिन्होंने सुसमाचार की घोषणा हेतु अपने को समर्पित किया है।
इस प्रकार हम विभिन्न राहों पर चलकर
हर जगह तीर्थयात्रा हेतु रास्ता बनाते हुए
हम सभी दीवारों को ढाह सकेंगे
तथा सभी सीमाओं को पार कर पायेंगे।
जब हम सुदूर क्षेत्रों में जायेंगे।
ईश्वर के न्याय एवं शांति का प्रचार करने के लिए।
सुसमाचार के आनन्द में, हम वह कलीसिया बनेंगे जो श्वेत वस्त्र धारण की हुई है।
सफेदी क्योंकि वह मेमने के रक्त में धोयी गयी है।
रक्त जो आज भी युद्धों में बहाया जा रहा है हमारे विश्व को टुकड़ों में बांट रहा है।
इस तरह हम भी आपके समान होंगे, प्रकाश के प्रतीक
जो दुनिया की राहों को उजाला प्रदान करता,
सभी लोगों के लिए ईश्वर को प्रकट करता,
सभी लोगों को यह प्रकट करता कि ईश्वर उपस्थित हैं,
ईश्वर सभी लोगों के बीच निवास करते हैं,
कल, आज और अनन्त काल तक।
भजन...
संत पापा ने सभी विश्वासियों के साथ मिलकर यह प्रार्थना की,
प्रणाम, हे प्रभु की माता,
कुँवारी मरियम, फातिमा की रोजरी की महारानी
नारियों में धन्य,
आप कलीसिया की प्रतीक हैं जो पास्का के प्रकाश से सुशोभित है,
आप हमारे लोगों के गौरव हैं
बुराई के हर आक्रमण पर विजयी हैं
करुणावान पिता के प्रेम की भविष्यवाणी,
पुत्र के शुभसंदेश की शिक्षिका,
पवित्र आत्मा की जलती आग के चिन्ह,
आनन्द एवं दुःख की इस घाटी में हमें सिखा
अनन्त सच्चाई जिसको पिता ने अपने इन नन्हों के लिए प्रकट किया।
हमें अपनी सुरक्षात्मक अवरण की शक्ति दिखा
आपके निष्कलंक हृदय में
पापियों के लिए शरण बनें
तथा मार्ग जो ईश्वर की ओर ले जाती है।
मैं अपने भाई बहनों के साथ
विश्वास, आशा और प्रेम में
मैं अपने आप को तुझे समर्पित करता हूँ।
मैं अपने भाइयों एवं बहनों के साथ, आपके द्वारा, अपने आपको ईश्वर को समर्पित करता हूँ,
हे फातिमा की रोजरी की कुँवारी।
अंततः, आपके हाथों से आने वाले प्रकाश से ढंक जाकर,
मैं प्रभु को सदा-सदा के लिए महिमा प्रदान करता रहूँगा।
आमेन।
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