2017-05-03 16:57:00

पंजाब में ख्रीस्तीय और मुस्लिम, हिंसा और दोस्ती के इशारों के बीच


लाहौर, बुधवार, 3 मई 2017 (वीआर संदोक) : मोटरसाइकिल पर 20 से 25 वर्षीय इस्लामी युवाओं के एक सशस्त्र समूह ने हाल ही के दिनों में पाकिस्तानी पंजाब के कसूर जिले में भाई फिरू के एक ख्रीस्तीय गाँव पर हमला किया। सामूहिक कार्रवाई पिछले दिन हुई एक घटना का परिणाम थी : 19 वर्षीय अफाक मसीह, काम करते वापस घर लौट रहा था और कुछ युवा मुसलमानों उसे रोका और उससे बहस करने और मारने पीटने लगे। अगले दिन वे फिर लौटे और ख्रीस्तीय घरों पर पत्थर फेंकने लगे तथा पूरे समुदाय को धमकी दी।

ग्रामीणों ने थाने में शिकायत दर्ज की पर पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए अनिच्छुक थी। पाकिस्तानी समाज में सबसे कमजोर वर्ग ख्रीस्तीय हैं और छोटे छोटे कारणों से बहुधा उनहें पाटा और उनपर हमला किया जाता है।

ख्रीस्तीय वकील मुश्ताक गिल ने फीदेस को बताया, ″यहाँ कानून प्रवर्तन की कमी है और अक्सर कुछ युवा लोग इस्लामी आतंकवादी समूहों के साथ संबंध रखते हैं जो उन्हें ईसाइयों के खिलाफ हिंसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।"

दूसरी ओर, काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अंतर धार्मिक वार्ता आयोग के काथलिक और मुस्लिम नेताओं और लोकधर्मियों के बीच दोस्ती और शांति को बढ़ावा देने का प्रयास जारी है।

एक कार्यक्रम के तहत काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष एवं लाहौर के महाधर्माध्यक्ष सेबास्टियन फ्राँसिस शाह मदरसा गये जहां उन्होंने शांति की निशानी एक जैतून का पेड़ लगाया। काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के कार्यकारी सचिव फादर फ्रांसिस नदीम ओएमएम कैप, भी समारोह में प्रस्तुत थे। दोनों ने जामिया मस्जिद-कुबरा इस्लामिक सेमिनरी के नेताओं के बधाई और धन्यवाद किया। फादर नदीम ने बताया कि जैतून का पेड़ लगाने का उद्देश्य शाँति की संस्कृति को बढ़ावा देना था। इस्लामी नेताओं ने इस प्रकार की गतिविधि को जारी रखने की इच्छा जाहिर की।








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